–नीतीश कुमार ने बिहार के अतिपिछड़े वर्ग के साथ चिरपरिचित धोखा किया यह व्यक्ति के साथ नहीं बल्कि एक जीवंत समाज को दिया गया धोखा है : रंजन
–एक साजिश के तहत जान-बूझकर बिहार सरकार अपने कुछ चहेते अफसरों की मिलीभगत से नगर निकाय चुनाव कराना नही चाहती है : रंजन
मुजफ्फरपुर। बिहार में निकाय चुनाव स्थगन एवं सरकार के आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ सोमवार को भाजपा ने जिला एवं प्रखंड मुख्यालय पर धरना का आयोजन कर इसके माध्यम से राज्य की महागठबंधन सरकार को घेरने का काम किया।
इस क्रम में जिला मुख्यालय पर प्रस्तावित धरना के तहत भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार के नेतृत्व में पार्टी नेता एवं सैंकड़ो कार्यकर्ता स्थानीय समाहरणालय स्थित धरनास्थल पर धरना बैठे एवं नितिश सरकार के आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान धरना सभा को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीति का सबसे प्रमुख एजेंडा धोखेबाजी है। जॉर्ज फर्नांडीस, शरद यादव एवं भाजपा के बाद अब उन्होंने बिहार के अतिपिछड़े वर्ग के साथ चिरपरिचित धोखा कर दिया है । लेकिन इस धोखे के साथ नीतीश कुमार ने अपनी प्रासंगिकता खत्म कर लिया है। यह वर्ग अब किसी भी सूरत में नीतीश कुमार पर विश्वास नहीं करेगा क्योंकि यह व्यक्ति के साथ नहीं बल्कि एक जीवंत समाज को दिया गया धोखा है ।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वास्तविक चरित्र को उजागर किया है। सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में नगर निकायों के चुनावों में नियमावलियों का प्रावधान किया है और कोई राज्य उन नियमों की अवहेलना नहीं कर सकता है ऐसे में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर जल्दबाजी में सरकार के द्वारा की गई चुनाव की घोषणा से ऐसा प्रतीत होता है कि एक साजिश के तहत जान-बूझकर बिहार सरकार अपने कुछ चहेते अफसरों की मिलीभगत से नगर निकाय चुनाव कराना नही चाहती है।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि वर्ष 2005 से ही बिहार में भाजपा और नीतीश कुमार के साझा सरकार के दौरान अति-पिछड़े वर्ग के विकास के लिए जितनी बनी चाहे वो पंचायती राज,नगर निकायों में आरक्षण से जुड़ी हों, नौकरियों में आरक्षण से जुड़ी हों शिक्षा से जुड़ी हों उन सभी नीतियों के निर्माण में और उनकी संवैधानिकता बरकरार रखने में भाजपा की भूमिका बड़ी रही है।
कहा कि आज 17 अक्टूबर हो गया लेकिन बिहार सरकार अभी तक ना ही सुप्रीम कोर्ट में गयी और ना ही आयोग बनाने का काम किया। इस बात से यह साफ झलकता है कि राजद और जेडीयू आरक्षण विरोधी है। ऐसे में भाजपा इस साजिश का विरोध करती है और अतिपिछड़ों के अधिकारों के पक्ष में सम्पूर्ण संवैधानिक व्यवस्था के तहत नगर निकाय चुनावों को यथाशीघ्र सम्पन्न कराने की मांग करती है।
वहीं अपने संबोधन में पूर्व नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि बिहार में तत्कालीन नियमों के आलोक में 2005 में भाजपा जो सरकार में सहयोगी थी ने आयोग बनाया था और निकाय के सीटों की वर्गीकरण करने के बाद आरक्षण का रोस्टर बनाया और सफलतापूर्वक चुनाव सम्पन्न कराया था इसके बाद 2006 में आरक्षण के नियमों के आलोक में पूरे प्रदेश में सभी प्रकार से स्थानीय निकाय के चुनाव हिंसा मुक्त, कदाचार मुक्त, दबाव-डर और भयमुक्त माहौल माहौल में संपादित होते रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि राजद के साथ जाकर नीतीश कुमार अब अतिपिछड़ों की हकमारी करने में लगे हैं । और उनकी इच्छा है की किसी प्रकार स्थानीय निकाय के चुनावों पर निषेध लगे और अपने नवरत्न अफसरों के सहारे एकतरफा शासन का एजेंडा चलाया जा सके ।
धरना सभा को पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रविंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व विधान पार्षद नरेंद्र प्रसाद सिंह, जिला उपाध्यक्ष निर्मला साहु, हरिमोहन चौधरी, वरिष्ठ भाजपा नेता राम कुमार झा, अशोक सहनी, फेंकूराम, भगवान लाल महतो, जितेंद्र कुमार मुन्ना, अरविंद कुमार सिंह, विशेश्वर शंभु, डाo अशोक शर्मा, अनिल कुमार सिंह, राम बालक शर्मा, आदि नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि नीतीश कुमार जो अब स्वयंभू प्रधानमंत्री के उम्मीदवार हैं और उनके लिए फंड के इंतजाम की जिम्मेवारी बिहार में कुछ विशेष लोगों के पास है और उनकी यह मंशा रही है की ऐसे लोगों के पास बेतरतीब शक्तियों का केन्द्रीकरण हो और फंड की उगाही हो सके।
*धरना सभा का संचालन* जिला महामंत्री धर्मेंद्र साहू एवं धन्यवाद ज्ञापन जिला मंत्री संजीव झा ने किया।
धरना सभा में मुख्य रूप से जिला महामंत्री सह मुख्यालय प्रभारी सचिन कुमार, जिला मंत्री संतोष साहेब, सुरेश चौधरी, मोर्चा अध्यक्ष डाo रागीनी रानी, नचिकेता पाण्डेय, उमेश पाण्डेय,
जिला प्रवक्ता सिद्धार्थ कुमार,आलोक राजा, मीडिया प्रभारी धनंजय झा, सम्राट कुमार, आशीष अग्रवाल, नंदकिशोर पासवान, मंडल अध्यक्ष आनंद प्रकाश मिन्टु, आनंद सिंह, राकेश पटेल, अमित राठौर, अमरेश विपुल, संतोष रंजन, सिद्धार्थ कुमार, साकेत शुभम, आनंद राठौर, उदय सिंह नन्हे, लता पुनम, तारा गुप्ता, सोनी सिंह, नवीन ठाकुर, अमित प्रकाश, मोo असलम साबिर, मुकेश लाल गुप्ता, अनिला देवी, देवकांत झा, श्लोक कुमार, तुषार गर्ग, उदय झा, राजेश कुमार, राज कुमार पासवान, रविरंजन टिंकू, रमन मिश्रा, शान्तनु शेखर, नीरज कुमार, विशाल चौहान, प्रशांत कुमार आदि की उपस्थिति रही।