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पुरानी शिव मंदिर को प्रशासन द्वारा तोड़ने का नोटिस दिए जाने से स्थानीय लोगों में भारी रोष

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। निर्माणाधीन बाईपास सड़क एनएच 77 में पकड़ी पकोहीं  गांव के पास सड़क किनारे अवस्थित वर्षों पुरानी शिव मंदिर को प्रशासन द्वारा तोड़ने का नोटिस दिए जाने से स्थानीय लोगों में भारी रोष व आक्रोश व्याप्त हो गया है। उक्त मामले को लेकर बुधवार को स्थानीय लोगों का प्रतिनिधिमंडल  भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अजीत कुमार के नेतृत्व में जिला अधिकारी से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी से तत्काल उक्त मंदिर को तोड़ने से संबंधित आदेश पर रोक लगाने तथा समाज द्वारा नए मंदिर के निर्माण व शिवलिंग का प्राण प्रतिष्ठा होने तक उक्त स्थल पर कोई कार्रवाई नहीं करने का मांग रखा। इस मौके पर जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सोपा गया।
        जिलाधिकारी ने प्रतिनिधि मंडल की बातों को गंभीरता से सुनने के उपरांत कहा कि उक्त सड़क के निर्माण में काफी विलंब हो गया है । बहुत जल्द इस सड़क का उद्घाटन होना है, ऐसे में सड़क का अवरोध हटाकर निर्माण कार्य पूरा कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। जिला प्रशासन स्थानीय लोगों से सहयोग की अपेक्षा करती है।
                  जिलाधिकारी के इस आग्रह पर प्रतिनिधिमंडल ने कहा की सावन माह में भगवान शंकर का मंदिर तोड़ना कहीं से उचित नहीं है । प्रशासन के इस कार्रवाई से हमारा भावना आहत होगा। हमें पर्याप्त समय चाहिए। हम सब सड़क बनाने के खिलाफ नहीं है लेकिन हम अपने आस्था से भी किसी को खिलवाड़ नहीं करने देंगे। जिलाधिकारी ने प्रतिनिधि मंडल के भावना को देखते हुए अगले 15 सितंबर तक सभी प्रकार के कार्रवाई पर रोक लगाते हुए लोगों से नए निर्माणाधीन मंदिर का निर्माण कराने एवं शिवलिंग का प्राण प्रतिष्ठा करने का आग्रह किया।
                 जिलाधिकारी के इस कार्रवाई पर संतोष व्यक्त करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि हम समाज के सहयोग से 15 सितंबर तक निश्चित रूप से नए मंदिर में शिवलिंग का प्राण प्रतिष्ठा कर लेंगे।
               जिलाअधिकारी से मिलने गए प्रतिनिधि मंडल में अजीत कुमार के अलावा जय किशन कुमार चौहान, अजय चौधरी , राहुल शाह,  डॉक्टर हरेंद्र चौहान, सुधीर कुमार , संजीव कुमार, कमलेश कुमार चौहान,  अनिल शाह, धनेश्वर शाह , जितेंद्र चौधरी , श्याम कुमार , बिंदेश्वर साह , नमन प्रभाकर , गौतम कुमार आदि प्रमुख थे।

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