खबरें बिहार

भारत नेपाल के बीच अटूट रिश्ते, कोई भी बाहरी शक्ति रिश्ते को तोड़ नही सकता

–वैशाली में भारत-नेपाल समिट का हुआ आयोजन, जुटे भारत-नेपाल के पत्रकार, सामाजिक, राजनितिक व जनप्रतिनिधि
–भारत नेपाल संबंध पर आधारित अठारह सूत्री साझा मांग पत्र पारित
 वैशाली (जनमन भारत संवाददाता)। भारत नेपाल के बीच अटूट रिश्ते है, कोई भी बाहरी शक्ति इसे तोड़ नही सकता। पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद डाॅ अखिलेश प्रसाद सिंह वैशाली के वट थाई मंदिर में शनिवार को भारत-नेपाल समिट को संबंधित करते हुए कहा कि भारत-नेपाल मैत्री समीट में आने का पहला अवसर है। भारत-नेपाल का संबंध अटूट है। त्रेता युग से प्रभु श्रीराम जी का विवाह नेपाल में हुआ। त्रेता युग से भारत और नेपाल का संबंध है जो सबसे प्राचीन विश्व का इकलौता ऐसा देश है। बाबा पशुपतिनाथ और बाबा विश्वनाथ जी का संबंध दोनों देशों के बीच में आध्यात्मिक संबंधों को दर्शाता है  और भारत भारतीय सेना में गोरखा रेजीमेंट विश्वास के रिश्ते का परिचायक है। भारत सरकार नेपाल के लिए काफी मजबूती से सहयोग करता आ रहा है।
    नेपाल जब चाइना की तरफ अपना रिश्ता मजबूत करने की और देखता है तब मन में कहीं न कहीं कसक होती है। भारत के जो भी पड़ोसी देश है उससे तनाव सदैव बना रहता है लेकिन नेपाल के साथ ऐसा कभी नहीं हुआ है। हम संसद सत्र में इस बार जरूर मांग करेंगे। दोनों देश के बीच में संबंध और मजबूत हो इसके लिए गृह मंत्रालय और संबंधित मंत्रालयों को हम मांग करेंगे।
     मुज़फ़्फ़रपुर सांसद अजय निषाद ने कहा कि इस संस्था के स्थापना काल से जुड़े हुए है। मीडिया फॉर बॉर्डर हार्मोनी से जुड़कर भारत-नेपाल मैत्री को मजबूत करने का हर एक पहल कर रहे हैं। हम लोगों के प्रयास से बहुत सारा कार्य हुआ है। दोनों देशों के बीच का संबंध वैवाहिक, परिवारिक व अध्यात्मिक है।सभी संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए जो भी कार्य हमारे स्तर से करना हो हम करेंगे।
   जनकपुर जानकी मठ के उत्तराधिकारी महंत राम रौशन दास वैष्णव ने कहा कि हम किसी दूसरे देश में नहीं आए हैं। अपने घर में आया हूं। हम मित्र राष्ट्र नहीं अपितु संबंध राष्ट्र देश है। हम एक हैं, हमारे देश के बीच का संबंध अध्यात्मिक व वैवाहिक त्रेता युग से ही है। हम दोनों देशों के लोग  कभी अलग नहीं हो सकते हैं। भारत अगर हृदय है तो नेपाल ह्रदय का साथ है। इस संबंध को और सदा संजोकर सहयोग कर रखने की जरूरत है।
     समिट को संबोधित करते हुए नेपाल सरकार के पूर्व मंत्री जितेंद्र सोनल ने कहा कि भारत-नेपाल की सीमा संबंधों को जोड़ती है। सीमा बैरियर नही है, यह हमारी रिश्ते की मिशाल है।
      लालगंज के विधायक संजय सिंह ‌ने‌ कहा कि दोनों देशों के बीच का संबंध मित्रता व वायु को व्यवसायिक व परिवारिक संबंध है। हम दो देश में एक हैं। शरीर में प्राण की तरह हम दोनों देशों के बीच का संबंध है। संबंध प्रगाढ़ रहे इसके लिए हवाई मार्ग, राज्य मार्ग नेपाल में जाने के लिए अगर भंसार नहीं कटे तो दोनों देशों के बीच में संबंध और प्रगाढ़ हो सकेगा।
       राजापाकड़ की विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि भारत-नेपाल का संबंध अटूट है। गौतम बुद्ध का जन्म नेपाल में हुआ लेकिन महात्मा वे हिंदुस्तान में बने। भगवान महावीर प्रभु श्री राम का वैवाहिक संबंध हम दोनों देशों के बीच में अध्यात्मिकता को प्रबल बनाता है। हमारी पार्टी का हमेशा कोशिश रही है पड़ोसी देशों से संबंध मधुर रहे। भारत-नेपाल का संबंध परिवारिक संबंध है।
      समिट में स्वागत संबोधन करते हुए वैशाली के विधायक सिद्धार्थ पटेल उर्फ चून्नू पटेल ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच अध्यात्मिक रिश्ते हैं। जिसे कोई खत्म नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि यहां के हर परिवार का नेपाल से संबंध है। भारत- नेपाल मैत्री को बनाए रखने के लिए पत्रकारों के संगठन मीडिया फार बार्डर हारमोनी की‌ ओर से जो पहल की जा रही है इसकी जितनी सराहना की जाए कम है।
     कार्यक्रम के दौरान थाई मंदिर के प्रधान डॉ पिसी चंद्रा ने कहा कि भारत-नेपाल के पत्रकारों का संगठन मीडिया फ़ॉर बॉर्डर हार्मोनी लगातार सामाजिक क्षेत्रो में काम कर रही है। वही नेपाल और भारत के रिश्ते प्रगाढ़ हो इसके लिए लगातार पहल हो रही है जो एक बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि बुद्ध का जन्म स्थली नेपाल जबकि ज्ञान भूमि भारत है।
        कार्यक्रम की अध्यक्षता मीडिया फ़ॉर बॉर्डर हार्मोनी के अध्यक्ष प्रभात कुमार, संचालन पत्रकार वरुण कुमार, स्वागत भाषण एमएफबीएच के संरक्षक विधायक सिद्धार्थ पटेल उर्फ चुन्नू पटेल, विषय प्रवेश वरीय पत्रकार अमरेन्द्र तिवारी, धन्यावद ज्ञापन प्रशांत कुमार क्रांतिकारी ने किया।
    कार्यक्रम में नेपाल के साथ सारण, चंपारण, वैशाली, मुज़फ़्फ़रपुर, लखीसराय, अररिया, किसनगंज, सीतामढ़ी, फारबिसगंज, गोपालगंज, समस्तीपुर, उत्तरप्रदेश के पत्रकारों की भागीदारी रही
     ये हुए सम्मानित-
पत्रकारिता के क्षेत्र में बेहतर योगदान के लिए महर्षि नारद अंतरराष्ट्रीय सम्मान नेपाल के पत्रकार चन्द्रकिशोर. बृज कुमार यादव, भारत से — पत्रकार मुकेश अलख, अनिल कुमार सिंह, मोहन कुमार सुधांशु, शैलेश कुमार सिंह, निर्मल कुमार चक्रवर्ती, रमण शुक्ला, सुरेन्द्र मानपुरी, कौशलेन्द्र झा, रविशंकर सिंह वही मरणोपरांत अरविन्द झा, केदार प्रसाद सिंह, सुरेश प्रसाद सिंह, गुरूदयाज शास्त्री आदि को दिया गया।
       भारत -नेपाल अंतरराष्ट्रीय मैत्री सम्मान –
   वरीय उधोग पति अशोक कुमार बैद्य, जनकपुर माता जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंथ रामरोशन दास वैष्णव जी महाराज, प्रमोद तिवारी, महावाणिज्य दूत वीरगंज दूतावास नीतेश कुमार, पीठाधीश्वर सोमेश्वर धाम मंदिर अरेराज श्रीरविशंकर गिरी जी महाराज को दिया गया।
       कला साहित्य-संस्किृत सम्मान से विश्वविद्यालय हिंदी विभाग बीआरबीयू मुज़फ़्फ़रपुर के प्रो. डाॅ. कल्याण कुमार झा को तो
सीमाचंल पत्रकारिता सम्मान से नेपाल के वरीय फ़ोटो पत्रकार राम शर्राफ व नवीन कुमार सिंह को विभूषित किया गया।
    इनकी रही भागीदारी-‌ बीजेपी नेता रविन्द्र प्रसाद सिंह, वैशाली प्रमुख शैलेंद्र कुमार सिंह, कांग्रेस नेता धर्मवीर शुक्ला, वैशाली के सामाजिक कार्यकर्ता किसलय किशोर, महिला संगठन के सोना सरिता, शिक्षाविद राजेन्द्र दुबे, एमएफबीएच के केंद्रीय महासचिव शितेश कुमार, वरीय पत्रकार वरुण कुमार,नवीन कुमार झा, मुज़फ़्फ़रपुर जिलाध्यक्ष रंजन कुमार, उपाध्यक्ष पंकज राकेश, के अलावे पत्रकार रोहित रंजन, राकेश कुमार, ब्रजेन्द्र कुमार, संतोष कुमार, मनोज कुमार, शशिभूषण सिंह, चंदन कुमार, बीके सिंह, रामनाथ प्रसाद,अन्नू प्रिया, जेडीयू के वरीय नेता सौरभ कुमार साहेब, छात्र नेता संकेत मिश्रा, कैप्टन घनश्याम, एमएफबीएच के कार्यालय प्रभारी सुमित कुमार, दया भारती सेवा संस्थान के राजीव कुमार रैना आदि मुख्य रूप से शामिल हुए। इस मौके पर लोक सांस्कृतिक गायिका सपना राज ने भी लोगों को खूब मनोरंजन किया।
     — नेपाल के पत्रकार
अनिल तिवारी, कन्हैयालाल केशरी, रितेश त्रिपाठी, ओम, प्रकाश खनाल, राधेश्याम पटेल, निरज पिठाकोटे, सुरेश बिडारी, वरिष्ठ उद्यमी व होटल व्यवसाई संघ के नेता हरि पन्त,लोसपा युवा नेता ‌‌रमेश सर्राफ, नेपाल के जनकपुर से वरीष्ठ ‌ पत्रकार  बृज कुमार यादव,‌‌ वरीय पत्रकार राजेंद्र यादव, जनकारपुरधाम महंत राम विनय दास, महंत गौरी शंकर दास, महंत परमानंद झा
पूर्वी चंपारण राजद के जिला प्रवक्ता रवि मसकरा शामिल हुए।
       रक्सौल से — पत्रकार नीरज सिंह, वरुण मिश्रा, जितेंद्र पंडित, भूपेन्द्र पांडेय, फारूक जमा, आकाश पटेल भागीदारी से कार्यक्रम को एक नई मुकाम मिला।
सारण से इनकी रही भागीदारी-
   मनोज कुमार मिश्रा, शैलेन्द्र शर्मा, संजीव शर्मा, राजीव कुमार राजू, पंकज कुमार, मंजीव कुमार सिंह, अमर कुमार, विकास कुमार, आशिष कुमार आदि की भागीदारी रही।
     दी गई श्रद्धांजलि-
कार्यक्रम में मीडिया फॉर बॉर्डर हार्मोनी के संरक्षक नेपाल की पूर्व मंत्री डॉ डिंपल कुमारी झा और मीडिया फॉर बॉर्डर हार्मोनी से जुड़े वैशाली जिला के उपाध्यक्ष गुरुदयाल शास्त्री, केदारनाथ सिंह, सुरेश प्रसाद सिंह, अरविंद कुमार झा सहित अन्य दिवंगत पत्रकारों के प्रति श्रद्धांजलि दी गई।
 *भारत नेपाल समिट-2022 में 18 सूत्री साझा मांग पत्र को ध्वनि मत से किया गया पारित*
       यह रही मांग—
  भारत-नेपाल के बीच दोनों सरकारें पहल कर मोबाईल कॉल रेट कम करें। इससे परिवारिक, व्यापारिक, रिश्ता मजबूत होगा।
– नेपाल में आनेवाले भारतीय पर्यटकों के लिए कैश लिमिट को समाप्त किया जाए और हाल में दोनों देशों के प्रधानमंत्री की ओर से घोषित रूपे कार्ड (एटीएम कार्ड) को बढ़ावा मिले यह पहल हो।
   -नेपाल में जगह-जगह नगर पालिका, नगर निगम की ओर से भारतीय वाहनों से चूंगी कर वसूला जाता है। इस पर रोक लगे और एक साथ ट्रैक्स वसूलने की व्यवस्था भंसार पर ही की जाए। इससे भारत की ओर से जाने वाले पर्यटक वाहन को आवाजाही में सहुलियत होगी।
   –  वैशाली लोकतंत्र की जननी है इसकी ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए। यहाँ मगध, नालंदा सेन्ट्रल यूनिर्वसिटी की तरह बज्जी केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना हो।
    — नेपाल में उर्वरक को ले जाने में भारत सरकार व सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसी रियायत दे इससे कृषि विकास को गति मिलेगी।
    — भारत में नेपाली नागरिकों को उनके नागरिकता प्रमाण पत्र के आधार पर तो नेपाल में भारतीय नागरिकों को उसी प्रमाण पत्र के आधार पर मोबाईल सिम कार्ड , बैंको में खाता खोलने की व्यवस्था सुनिचित की जाए। उसी तरह से नेपाल में भी भारतीय नागरिक को सुविधा मिले। इससे हमारे सदियों पुराने बेटी-रोटी संबंध के साथ व्यावसायिक, पर्यटक, धार्मिक व राजनीतिक रिश्ते को मजबूती मिलेगी।
    — नेपाल के चूड़े पहाड़ से निकलने वाली नदियों को बांध से नेपाल सीमा से लेकर मनिभूषण कुमार भारत सीमा में बने रिंग बांध से जोड़ा जाए। इससे सीमावर्ती इलाकों में बाढ़ की समस्या से निदान मिलेगा।
    — भारत-नेपाल सीमा पर भारत की ओर से एस.एस.बी. और नेपाल की ओर से नेपाल सुरक्षा प्रहरी तैनात हैं। तैनाती से पूर्व दोनो देशों के प्रहरी को विशेष कार्यशाला कराया जाए। इससे उनके अन्दर दोनों देशों के रिश्तों की जानकारी होगी। अभी एस.एस.बी. व नेपाल में तैनात सुरक्षा प्रहरी के जवान कई जगह पर वरीय पत्रकार, वीरगंज इस तरह का व्यवहार करते जिससे आए दिन तनाव होता है। और सीमा पर शांति व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है।
   — भारत-नेपाल सीमा पर अति महत्तवपूर्ण रक्सौल व मुजफ्फरपुर हवाई अड्डे को अविलंब चालू किया
  —  रक्सौल से नई दिल्ली के लिए भारत-नेपाल मैत्री रेल एक्सप्रेस शुरू हो। यह एक्सप्रेस राजधानी ती तरह पूर्णत: वतानुकुलित हो इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
    — भारतीय वाहनों के प्रवेश को आसान बनाया जाए। नेपाल सरकार भंसार की दर कम करें। पर्यटक उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय वाहन के प्रवेश का 7 दिन 15 दिन का पैकेज तैयार करे, इससे पर्यटक वाहन के आवाजाही बढ़ेगी।
   — नेपाल औद्योगिक राजधानी वीरगंज में भारत सरकार एम्स दिल्ली की तरह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल खोले इससे भारत और नेपाल सीमा क्षेत्र के लोगों को विशेष चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
     — बीरगंज व गौर में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना भारत सरकार की ओर से की जाए इससे शिक्षा की व्यवस्था मजबूत होगी ।
    — नेपाल काठमांडू के पशुपति नाथ से बाबा सोमेश्वर नाथ अरेराज धाम को पयर्टक सर्किटसे जोड़ा जाए। दोनों सरकार यहाँ से सीधी बस सेवा शुरू करें।    — भारत-नेपाल सीमा को जोड़ने वाली तमाम ग्रामीण, राजकीय मार्ग को दुरूस्त कराते हुए रास्ते में आने वाली सभी पुल-पुलिया की मरमत व जहाँ जरूरत हो वहाँ पर नया निर्माण कराया जाए। इससे मालवाहक व यात्री वाहनों को दोनों तरफ आने-जाने में सहुलियत होगी।
     — नेपाल गौर भंसार को अपग्रेड किया जाए।
    — नियमित नेपाल से सांसद, विधायक, छात्र, महिला की टोली तथा भारत से इसी तरह की टोली को दोनों देश की सरकार नियमित भेजें ताकि दोनों देश की साझा संस्कृति, विकास, कृषि उद्योग को नजदीक से जाना जा सके। इससे साझा विकास को गति मिलेगी।
   — भारत नेपाल सीमा पर जनप्रतिनिधि, पत्रकार, सामाजिक संगठन, प्रशासनिक अधिकारियों का संयुक्त रूप से भारत नेपाल मैत्री समिति बनाई जाए। यह समिति • सीमा पर होने वाले छोटे-छोटे विवादों के निपटारे में सरकार का सहयोग करेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *