मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)।आजादी के दशकों बाद भी बैंकिंग सुविधा से अछूते रहे करोड़ो लोगों को बैंकों से जोड़ने के लिए प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गयी जनधन योजना ने सफलता का नया रिकॉर्ड बना दिया है. ये बातें मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने कही।
उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार जनधन खातों में कुल जमा राशि में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और यह 1,50,939.36 करोड़ रुपये पार कर चुकी है. इसके साथ ही जनधन खातों की संख्या भी बढ़कर 44.23 करोड़ हो गई है. इन जन धन खातों में से 34.9 करोड़ खाते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में और 8.05 करोड़ खाते क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में हैं. वहीं शेष 1.28 करोड़ खाते निजी क्षेत्र के बैंकों में खोले गए हैं.
उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में क्रांति लाने वाली यह योजना महिलाओं को सशक्त करने में भी अप्रतिम भूमिका निभा रही है. गौरतलब हो कि इस योजना के लाभार्थियों में महिलाओं की संख्या आधे से भी अधिक है. इसमें भी विशेष यह है कि इन महिलाओं ने सिर्फ नाम के लिए खाते नहीं खुलवाए हैं, बल्कि इन खातों से लगातार लेनदेन भी किया जा रहा है. यानी यह योजना महिलाओं की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा रही है. इसके अलावा इनमे से 63% खाते ग्रामीण क्षेत्रों के हैं. जिससे सहज ही इस योजना की लोकप्रियता और व्यापकता को समझा जा सकता है।
श्री रंजन ने कहा कि कोरोना काल में इस योजना का सर्वाधिक महत्व देखने को मिला. इस योजना के तहत खुले खातों के जरिए ही करोड़ों महिलाओं को पांच-पांच सौ की आर्थिक सहायता पहुंचाई गयी वहीं करोड़ों किसानों को सम्मान निधि का लाभ दिया गया. इसके अतिरिक्त इन्हीं खातों के जरिए लाभुकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए उनके हक की रकम सीधे पहुंचाई जाती है. यानी भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में इसका अहम योगदान है।