–पितरों के निमित्त उनकी प्रसन्नता के लिए किया जाता है तर्पण
मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार)। अभी पितृपक्ष चल रहा है,देवता में पितरों के महत्व का सार निहित है। पितरों को तर्पण देने से देवगण भी प्रसन्न होते हैं।श्रद्धा से किए जलदान,ब्राह्मण भोजन से देवलोक में निवास करने वाले पितरों को मोक्ष मिलता है,और वह धन-धान्य आदि का आशीर्वाद देते हैं।
पितरों के निमित्त पखवाड़ा पितृ पक्ष प्रारंभ है।देवता, ऋषियों और पितरों के तर्पण का महत्व बताया गया है।इस पखवाड़ा में जो पारिवारिक आत्माएं देवलोक में निवास करती है और मोक्ष नहीं मिलता है, उनके मोक्ष के लिए जलदान, ब्राह्मण भोजन और गया श्राद्ध करने का विधान बताया गया है।आचार्य सुजीत शास्त्री (मिठ्ठू बाबा) ने बताया कि परिवार के सदस्यों की ओर से जल दान, ब्राह्मण भोजन कराए जाने से देवलोक मेंआत्माएं प्रसन्न होती है,देवगण प्रसन्न होते हैं।मिठ्ठू बाबा ने यह भी कहा कि जलदान पुरुष को ही करना चाहिए।इससे पितर आशीर्वाद देते हैं,भाग्य वृद्धि ,वंश वृद्धि और धन-धान्य तथा व्यापार में वृद्धि होती है।कुंडली में पितृ दोष होने पर पितृ दोष भी समाप्त हो जाता है।