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भारत नेपाल का बॉर्डर बैरियर नहीं, रिश्ते की सेतु :माधव नेपाल

–औरैया में आयोजित हुआ  नेपाल भारत मैत्री संवाद
–संवाद में शामिल हुए दोनों देशों के पत्रकार
—भारत नेपाल मैत्री भारत –नेपाल मैत्री पर बेहतर काम के लिए पत्रकारों को मिला सम्मान
बैरगनिया, नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल ने कहा है कि‌ भारत नेपाल का बॉर्डर बैरियर नहीं है।‌‌दोनो देशों के रिश्तो को जोड़ने वाला यह सेतु है ।‌ दोनों के बीच बेटी –रोटी का संबंध आदि काल से है और अनादि काल तक रहेगा । पूर्व प्रधानमंत्री माधव नेपाल  नेपाल भारत मैत्री संवाद को संबोधित कर रहे थे । नेपाल के रौहहट औरैया में आयोजित संवाद में दोनों देशों के रिश्ते पर विस्तृत चर्चा की। बताया ऐसा रिश्ता कहीं देखने को नहीं मिलता । हर घर घर का संबंध एक दूसरे के बीच में है। इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्र में बाढ़ की समस्या पर चर्चा करते हुए कहा कि इसके निदान की पहल हो रही है बार्डर के सुरक्षा में लगे सुरक्षा प्रहरीयों को भी आगाह किया कि वह इस बॉर्डर पर सुरक्षा के साथ रिश्ते का भी ख्याल करें।  सुरक्षा के नाम पर कुछ इस तरह का आचरण ‌नहीं करें जिससे दोनों देशों के नागरिकों के संबंध में खटास आवे । नेपाल ने कहा कि यह संस्था दोनों देशों के पत्रकारो कि संस्था है और नियमित विभिन्न आयोजन को माध्यम से भारत नेपाल रिश्ते की चिंता करती है ।‌ भारतीय वाणिज्य दूतावास बीरगंज के महावाणिज्य दूत नीतीश कुमार ने कहा कि नेपाल हमारा सबसे निकटतम पड़ोसी है। एक भाई की तरह है । जब तक नेपाल का विकास नहीं होगा  तब तक भारत का विकास अधूरा है । इस भाव से नेपाल में हर तरह के सहयोग किया जा रहे है ।
नेपाल के पूर्व केंद्रीय मंत्री अनिल झा ने कहा कि भारत नेपाल के रिश्ते को लेकर निरंतर इस तरह के आयोजन से और प्रगाढ़ता आती है। दोनों देशों के बीच जो रिश्ता है वह अटूट है। इसे कोई भी बाहरी शक्ति तोड़ नहीं सकती। आयोजन में 17 सूत्री साझा मांग पत्र प्रस्तुत किया गया । इसको सभी अतिथियों ने ध्वनिमत से पारित किया।  सभा की अध्यक्षता मीडिया फॉर बार्डर हार्मोनी मधेश प्रदेश के अध्यक्ष पत्रकार किशोरी यादव ने किया
अतिथियों का स्वागत नेपाली कांग्रेस पार्टी की केंद्रीय समिति सदस्य मधेश प्रदेश अंजू झा ने की। विषय प्रवेश वरीय पत्रकार अमरेंद्र तिवारी ने कराया।
 *इनकी रही भागीदारी*
सांसद,सुनील यादव, नेपाली कांग्रेस, सेंट्रल कमिटी मेंबर, नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी समाजवादी पूर्व सांसद सरला यादव,
  मेयर गौर के मेयर शंभू साह ,  ईशनाथ नगरपालिका की मेयर कौश्ल्या देवी सिन्हा,  शिक्षक राजेन्द्र यादव,‌बैरगनिया की जिला पार्षद बिंदु देवी, नवजीवन संस्थान सचिव विलियम शर्मा, राजद के वरिष्ठ नेता देवेंद्र कुमार सिन्हा, सामाजिक कार्यकर्ता रौशन कुमार, ब्रजेश वर्मा, सुरेंद्र सिंह, पत्रकार विश्वनाथ चौधरी विनोद कुमार आदि शामिल रही।
 *इनको‌‌ मिला सम्मान*
 मंच से पूर्व प्रधानमंत्री माधव नेपाल व अन्य अतिथियों ने जिन लोगों को सम्मानित किया उसमें मुख्य रूप से नेपाल पत्रकार महासंघ रौतहट शाखा के अध्यक्ष प्रेमचन्द झा, पूर्व अध्यक्ष , शैलेन्द गूप्ता, पूर्व अध्यक्ष रवीन्द्र साह, पत्रकार महासंघ रौतहट शाखा के उपाध्यक्ष वीणा राउत श्रीवास्तव, रौतहट टूडेके प्रकाशक जितेन्द्र दास मीडिया फॉर बॉर्डर हारमोनी भारत के केंद्रीय महासचिव शीतेश कुमार,कोषाध्यक्ष नवीन कुमार, मीडिया फार बॉर्डर हारमोनी  पूर्वी चम्पारण जिलाध्यक्ष नवेंन्दु कुमार,मुजफ्फरपुर जिलाध्यक्ष रंजन कुमार, वैशाली  जिलाध्यक्ष प्रभात कुमार,मुजफ्फरपुर जिला  उपाध्यक्ष पंकज राकेश,  सीतामढ़ी जिला अध्यक्ष विश्वनाथ चौधरी, पत्रकार विनोद कुमार, रक्सौल विधानसभा अध्यक्ष पत्रकार नवीन गिरी, आकाश कुमार,ढाका विधानसभा अध्यक्ष राजू सिंह, नरकटिया विधानसभा अध्यक्ष राहुल कुमार, पत्रकार अभिमन्यु कुमार, राजीव रंजन, हमज़ा अली,सुजीत चंद्रवंशी, शिव कुमार,हामिद रेजा , सामाजिक कार्यकर्ता सुमित कुमार, छात्र नेता संकेत  मिश्रा, पत्रकार सुजीत कुमार मुख्य रूप से शामिल रहे।
यह साझा मांग पत्र नेपाल भारत समिट में ध्वनिमत से हुआ पारित
—. भारत-नेपाल के बीच दोनों सरकारें पहल कर मोबाईल कॉल रेट कम करें। इससे परिवारिक, व्यापारिक, रिश्ता मजबूत होगा।
2. भारत नेपाल बॉर्डर पर नेपाल एस बी आई बैंक लिमिटेड, मनी एक्सचेंज काउंटर की व्यवस्था करें, इससे पर्यटन व व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, नेपाली नोट लेकर भारतीय बाजार में आने वाले नागरिकों और उसी तरह से भारतीय नोट लेकर नेपाल जाने वाले नागरिक एक्सचेंज कर आराम से वहां पर खरीदारी कर सकते हैं एवं पर्यटन स्थल पर भ्रमण करने में उन्हें आसान होगा।
3. नेपाल में जगह-जगह नगर पालिका, नगर निगम की ओर से भारतीय वाहनों से चूंगी कर वसूला जाता है। इस पर रोक लगे और एक साथ ट्रैक्स वसूलने की व्यवस्था भंसार पर ही की जाए। इससे भारत की ओर से जाने वाले पर्यटक वाहन को आवाजाही में सहुलियत होगी।
4.  पर्यटक की दृष्टिकोण से चूड़े पहाड़ का संरक्षण व संवर्धन किया जाए
5. नेपाल में उर्वरक को ले जाने में भारत सरकार व सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसी रियायत दे इससे कृषि विकास को गति मिलेगी।
6.  भारत में नेपाली नागरिकों को उनके नागरिकता प्रमाण पत्र के आधार पर तो नेपाल में भारतीय नागरिकों को उसी प्रमाण पत्र के आधार पर मोबाईल सिम कार्ड , बैंको में खाता खोलने की व्यवस्था सुनिचित की जाए। उसी तरह से नेपाल में भी भारतीय नागरिक को सुविधा मिले। इससे हमारे सदियों पुराने बेटी-रोटी संबंध के साथ व्यावसायिक, पर्यटक, धार्मिक व राजनीतिक रिश्ते को मजबूती मिलेगी।
7.  भारत नेपाल सीमावर्ती बीरगंज, जनकपुर, भैरवा, विराटनगर, नेपाल गंज सहित तमाम बड़े शहरों में आधुनिक लाइब्रेरी की स्थापना भारत सरकार करें, इससे साझा साहित्य सांस्कृतिक गतिविधि को नई पीढ़ी आसानी से समझ पाएंगे और उनके शिक्षा के लिए यह महत्वपूर्ण है।
8.  भारत-नेपाल सीमा पर भारत की ओर से एस.एस.बी. और नेपाल की ओर से नेपाल सुरक्षा प्रहरी तैनात हैं।  तैनाती से पूर्व दोनो देशों के प्रहरी को विशेष कार्यशाला कराया जाए। इससे उनके अन्दर दोनों देशों के रिश्तों की जानकारी होगी। अभी एस.एस.बी. व नेपाल में तैनात सुरक्षा प्रहरी के जवान कई जगह पर इस तरह का व्यवहार करते जिससे आए दिन तनाव होता है।और सीमा पर शांति व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है।
9.   भारत-नेपाल सीमा पर अति महत्तवपूर्ण रक्सौल व मुजफ्फरपुर हवाई अड्डे को अविलंब चालू किया जाए।
10.  रक्सौल से नई दिल्ली के लिए भारत-नेपाल मैत्री रेल एक्सप्रेस शुरू हो। यह एक्सप्रेस राजधानी ती तरह पूर्णतः वतानुकुलित हो इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
11.  भारतीय वाहनों के प्रवेश को आसान बनाया जाए। नेपाल सरकार भंसार की दर कम करें। पर्यटक उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय वाहन के प्रवेश का 7 दिन 15 दिन का पैकेज तैयार करे, इससे पर्यटक वाहन के आवाजाही बढ़ेगी ।
12. नेपाल औद्योगिक राजधानी वीरगंज में भारत सरकार एम्स दिल्ली की तरह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल खोले इससे भारत और नेपाल सीमा क्षेत्र के लोगों को विशेष चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
13.  गौर व बीरगंज में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना भारत सरकार की ओर से की जाए इससे शिक्षा की व्यवस्था मजबूत होगी।
14.  नेपाल काठमांडू के पशुपति नाथ से बाबा सोमेश्वर नाथ अरेराज धाम को पयर्टक सर्किट से जोड़ा जाए । दोनों सरकार यहाँ से सीधी बस सेवा शुरू करें।
15.  नेपाल-भारत सीमा को जोड़ने वाली तमाम ग्रामीण, राजकीय मार्ग को दुरूस्त कराते हुए रास्ते में आने वाली सभी पुल-पुलिया की मरमत व जहाँ जरूरत हो वहाँ पर नया निर्माण कराया जाए। इससे मालवाहक व यात्री वाहनों को दोनों तरफ आने-जाने में सहुलियत होगी।
16.  नेपाल गौर भंसार को अपग्रेड किया जाए।
17.  नियमित नेपाल से सांसद, विधायक, छात्र, महिला की टोली तथा भारत से इसी तरह की टोली को दोनों देश की सरकार नियमित भेजें ताकि दोनों देश की साझा संस्कृति, विकास, कृषि उद्योग को नजदीक से जाना जा सके। इससे साझा विकास को गति मिलेगी।
18.  भारत नेपाल सीमा पर जनप्रतिनिधि, पत्रकार, सामाजिक संगठन, प्रशासनिक अधिकारियों का संयुक्त रूप से भारत नेपाल मैत्री समिति बनाई जाए। यह समिति सीमा पर होने वाले छोटे-छोटे विवादों के निपटारे में सरकार का सहयोग करेगी।

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