मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार)। सद्भावना मंच द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत , समाज में धार्मिक एवं सामाजिक समरसता ,प्रेम भाईचारा एवं मिल्लत को संबल प्रदान करने हेतु “शांति मार्च – सद्भावना रैली” निकाला गया, जो पानी टंकी चौक से होते हुए हरीसभा चौक , कल्याणी होते हुए सरैयागंज टावर के रास्ते धरना स्थल सम्हारणालय पर समाप्त हुआ ।
शांति मार्च में सभी धर्मों के प्रतिनिधि सहित सामाजिक , राजनैतिक एवं सिविल सोसाइटी के प्रबुद्ध एवं आम नागरिकों ने अच्छी संख्या में भाग लिया । रैली का नेतृत्व कर रहे सद्भावना मंच के अध्यक्ष श्री लक्षणदेव प्रसाद सिंह, सचिव डा महमुदुल हसन , संयुक्त सचिव मोहम्मद इश्तेयाक , प्रो अरुण कुमार सिंह, वीरेंद्र राय, हरे राम महतो , हस्साम तारिक , के शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी कार्यालय में मंच के मेमोरेंडम को रिसीव कराया । मेमोरेंडम में जिलाधिकारी महोदय से अनुरोध किया गया कि इसकी एक प्रति महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री महोदय को भेज दिया जाए ताकि सद्भावना मंच के मिशन को उनकी सम्मति एवं सुझाव उद्देश्य पूर्ति हेतु मिल सके
सम्हारणालय स्थल पर मीडिया को संबोधित करते हुए मंच के अध्यक्ष श्री लक्षणदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों में निष्ठा एवं विश्वास रखने वाले हम मुजफ्फरपुर के नागरिक , समाज एवं देश के बिगड़ते भावनात्मक वातावरण पर अपनी गहरी चिंता वयक्त करते है । सचिव डॉक्टर महमुदुल हसन ने कहा कि हम समाज में शांतिपूर्ण सह अस्तित्व बहाल रखने में योगदान करने के साथ साथ , जिला प्रशासन से भी अपेक्षा करते हैं कि इस नागरिक पहल को संबल प्रदान करने में यथोचित भूमिका निर्वाहन करेगे ।
संयुक्त सचिव मोहम्मद इश्तेयाक ने कहा कि सद्भावना मंच गांव गांव में सर्व धर्म समभाव को पुनर्जीवित करने एवं संबल प्रदान करने हेतु ग्राम पंचायत, प्रखंड एवं अनुमंडल स्तर पर ” social harmony for brotherhood ” अभियान चलाएगा एवं सामाजिक, धार्मिक सौहार्द की प्रतिबद्धता सुनिश्चित कराया जायेगा जो मानवता के रक्षा के लिए अनुकरणीय उदाहरण बने ।
प्रो अरुण कुमार सिंह कहा कि हम किसी कीमत पर देश की सामजिक – धार्मिक सौहार्द के धरोहर को ढहने नहीं देंगे हिंदू मुस्लिम, सिख, ईसाई,बौद्ध , जैन सभी धर्मो के भाईचारा को हमारे संस्कृति का हिस्सा है इसे अक्षुण रखना हमारी पहली जिमेदारी है ।
वीरेंद्र राय ने कहा कि सद्भावना मंच के इस उद्देश को सार्थक बनाने में प्रशासन का सहयोग और उसकी यथोचित भूमिका सहायक होगी ।
वक्ताओं में शब्बीर अहमद पप्पू, हरे राम महतो , शब्बीर अंसारी, प्रजापति ब्रह्मा कुमारी के बी के हंसा दीदी , गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के यशवंत सिंह , खालिद रहमानी ,मनावर आजम , सरफराज आलम , फूल देवी , सुरेंद्र कुमार शोले ,शहीद कमाल , त्रिभुवन राय , राजू पटेल , शिव कुमार, इकबाल आलम , हस्सम तारिक आदि ने भी अपने विचार रखे ।