मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार)। मकर संक्रांति 15 जनवरी को सुबह 9:13 बजे भगवान सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे।भगवान सूर्य के इस राशि परिवर्तन काल को ही संक्रांति कहा जाता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। आचार्य सुजीत शास्त्री (मिठ्ठू बाबा) ने बताया कि मकर संक्रांति का पुण्य काल सुबह के 9:13 बजे से सूर्यास्त तक मकर संक्रांति का पुण्य काल रहेगा। शनि कुंभ राशि में और बुध, मंगल धनु राशि में तथा सूर्य मकर राशि में संचरण करेंगे। यही वजह है कि मकर संक्रांति तिथि बहुत ही शुभ फलदायी मानी जा रही है
मिठ्ठू बाबा ने ये भी बताया कि मकर संक्रांति के दिन पुस्तक दान,पंचांग दान, कंबल दान ,वस्त्र दान,अन्न दान ,तिल दान, द्रव्य दान,गो दान इत्यादि का शास्त्रों में बहुत ही बड़ा महत्व है। आज के दिन खिचड़ी बनाकर अपने कुल देवता को चढ़ाकर सपरिवार बंधुओं के साथ खाने-खिलाने से शनि ग्रह जन्य दोषों से निवृत्ति मिलती है और साथ ही इसके साप्ताहिक सेवन से शरीर में कांति का अनुभव मिलता है तथा उदर विकार दूर होते हैं ।इस दिन गंगा नदी के अलावा अन्य सभी नदियों और कुंडों में स्नान करने से त्वचा संबंधी रोग आदि का नाश हो जाता है। आज के दिन स्नान दान का बड़ा ही महत्व है जो हमारे शास्त्रों में वर्णित है।