–मंदिरों की रक्षा एवं सरकारी अधिग्रहण से मुक्ति हेतु मंदिर न्यासी एवं पुजारियों का संगठित होना आवश्यक: हिन्दू जनजागृति समिति
मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार)। मंदिरों के अधिग्रहण के माध्यम से मंदिरों की भूमि हड़पी जा रही है । बिहार में नमाज पढ़ाने वालों को ₹15000, अजान देने वालों को ₹10000 प्रतिमाह सैलरी है। लेकिन मंदिरों के पुजारियों की उपेक्षा हो रही है । अनेक प्राचीन मंदिर पुजारी एवं निधि के अभाव से खंडर बन रहे हैं लेकिन सरकार का उसकी ओर दुर्लक्ष हो रहा है । इसलिए सभी मंदिर न्यासी एवं पुजारीयो ने संगठित होकर मंदिर रक्षा अभियान के माध्यम से संगठित होना आवश्यक है ऐसे विचार हिंदू जनजागृति समिति के उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्य समन्वयक श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी इन्होंने व्यक्त किए । इस दृष्टि से जनवरी माह में एक राज्य स्तरीय मंदिर बैठक का आयोजन किया जाएगा ऐसे बैठक में तय हुआ ।
इस समय अखंड भारत पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पंडित हरिशंकर पाठक, गरीबनाथ मंदिर के महंत विनय पाठक एवं अनेक मंदिरों के पुजारी बैठक में उपस्थित थे ।
हिन्दूओ के व्यापार में हस्तक्षेप करके पूरी अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण पाने के उद्देश्य से शुरू हलाल अर्थव्यवस्था को उत्तर प्रदेश के योगी सरकार ने बंद करवाया । बिहार राज्य में में भी इसी प्रकार हलाल सर्टिफिकेशन पर पाबंदी लगाई जाए इस दृष्टि से हलाल मुक्त बिहार अभियान को भी चलाया जाएगा ऐसे भी बैठक में तय हुआ ।