मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार)। अखंड भारत पुरोहित महासभा के तत्वाधान में बीएमपी 6 दुर्गा मंदिर मालीघाट में पौधारोपण किया गया। यह आयोजन मंदिर के प्रधान पुजारी नीरज झा के अध्यक्षता में किया गया।
आश्विन पितृ पक्ष के अवसर पर 21 पौधे लगाए गए।
महासभा के अध्यक्ष पंडित हरिशंकर पाठक ने बताया कि हर व्यक्ति के जीवन में पितृ पक्ष का एक खास महत्व होता है। इन दिनों में हम लोग अपने पूर्वजों को याद करते हैं और पितरों की संतुष्टि के लिए विशेष कार्य करते हैं। कहा जाता है कि श्राद्ध पक्ष में पितर अपनी संतानों के बीच पृथ्वी लोक पर आते हैं और संताने भी अपने पित्रों के निमित्त अपनी सामर्थ्य के अनुसार श्राद्ध कर्म, दान पुण्य जैसे अनेक छोटे बड़े कर्म श्रद्धापूर्वक करते ही हैं । लेकिन इन सबके अलावा एक ऐसा भी महान कर्म है जिसे करने से पितर अति प्रसन्न हो जाते हैं। श्राद्ध पक्ष में पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान और ब्राह्मण भोजन के साथ ही पौधे लगाकर भी उनको संतुष्ट करना चाहिए। कुछ पेड़-पौधे सकारात्मक उर्जा देते हैं। इसलिए ग्रंथों में बताए गए शुभ पेड़-पौधे पितृपक्ष में लगाए जाए, तो पितरों का विशेष आशीर्वाद और कृपा मिलती है। शास्त्रों के अनुसार अगर पितृपक्ष या पितरों की पुण्य तिथि पर संताने अपने पूर्वजों की याद में देव वृक्ष पीपल का पेड़ लगाते है, तो पितर अति प्रसन्न हो जाते हैं। इसके साथ बरगद, नीम, अशोक, बिल्वपत्र, तुलसी, आंवला और शमी का पेड़ लगाने से पर्यावरण को साफ रखने में मदद भी मिल जाती है। साथ ही पितरों के साथ देवता भी प्रसन्न होंगे। मौके पर महासभा के सचिव आचार्य संजय तिवारी ने बताया कि पितृ पक्ष में पौधे लगाने से देव और पितरों का आशीर्वाद मिलता है और कभी नर्क का दर्शन नहीं करना पड़ता है। मौके पर प्रशांत कुमार झा, संतोष कुमार, राजू कुमार, राहुल कुमार आदि मौजूद थे।