मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। हिंदी दिवस के उपलक्ष पर डीएवी पब्लिक स्कूल खबड़ा के प्रांगण में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
जिसको संबोधित करते हुए विद्यालय के प्राचार्य बिदुशेखर पाण्डेय ने कहा कि हिंदी भारतीयों की राष्ट्रभाषा के साथ-साथ भारतीयता की पहचान भी है, और हमें अपनी मातृभाषा को कभी नहीं भूलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसकी सरलता और व्यापकता के कारण ही 1949 ईस्वी में संविधान सभा द्वारा हिंदी को भारतीय गणराज्य की आधिकारिक भाषा घोषित की गई।
कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं ने भी हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए हिंदी के प्रयोग एवं जनमानस तक पहुंच को आवश्यक बताया.
सभा को संबोधित करते हुए नूतन पांडे ने कहा सद्भावना का सार हिंदी है, दोस्तों आपस का सद व्यवहार हिंदी है। हिंदी केवल एक भाषा नहीं बल्कि हिंदी सच्चे हिंदुस्तानी की सोच विकसित करती हैं।यह अबोध को उद्धबोध कराए खोलें आंख अज्ञानी की। उन्होंने कहा कि बदलेंगे हालात हमारे यह धरा भी मुस्कुराएगी, जन जन की भाषा हिंदी जब दिल से अपनाई जाएगी।
कार्यक्रम में सुनील त्यागी, रंजना वर्मा, अरुणा त्यागी, किरण यादव, संत कुमार, लवली कुमारी सहित विद्यालय के सभी शिक्षक उपस्थित थे।