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नूतन राष्ट्रीय शिक्षा नीति में संस्कृत के महत्व पर सम्मेलन में हुई गम्भीर चर्चा

– मुजफ्फरपुर में दो दिवसीय संस्कृत प्रान्त सम्मेलन सम्पन्न
– बिहार में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत तृतीय कक्षा से संस्कृताध्यन करने पर दिया बल- श्रीशदेव
– संस्कृत पढ़ा व्यक्ति कभी बेरोजगार नहीं हो सकता
– संस्कृत भाषा से समृद्ध राष्ट्र की कल्पना होगी साकार
-30अप्रैल एवं एक मई को हुआ प्रान्तसम्मेलन
– बिहार में संस्कृतमय वातावरण निर्माण के  उद्देश्य से राज्य के सैकड़ों लोग इस सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे हुए थे
– गत वर्ष के कार्यों एवं अग्रिम कार्ययोजनाओं पर विस्तार से हुई प्रान्त सम्मेलन में चर्चा
– बिहार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर हुई चर्चा
– संघटन मंत्री विवेक कौशिक को किया गया सम्मानित
– दर्जनों नूतन कार्यकर्ताओं को दायित्व की घोषणा की गई
मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जननी रही है। समाज में बढ़ते कुरीतियों को दूर करने में संस्कृत भाषा की महती भूमिका है। संस्कृतमय वातावरण निर्माण कर लोगों को संस्कृत पढ़ने तथा बोलने के उद्देश्य से संस्कृत भारती बिहार प्रांत के तत्वावधान में दो दिवसीय प्रान्त में का आयोजन किया गया।
भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय सदातपुर के सभागार  में शनिवार को शिक्षाविद् सह
विधानसभा सदस्य(बेनीपुर) डॉ.विनय कुमार चौधरी एवं संस्कृत भारती के अखिल भारत महामंत्री श्रीशदेव पुजारी ने संयुक्त रूप से  दीपजलाकर सम्मेलन का उद्घाटन किये ।
बतौर मुख्यातिथि डॉ.विनय कुमार चौधरी ने कहा कि संस्कृत भाषा के बिना सभ्य समाज एवं अखंड भारत की कल्पना साकार नहीं हो सकती। बिहार में संस्कृतमय वातावरण निर्माण में संस्कृत भारती के कार्यकर्ताओं द्वारा किये जा रहे कार्य अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि श्रद्धापूर्वक संस्कृत का अध्ययन किया व्यक्ति कभी बेराजगार नहीं रह सकता है।
वहीं अखिल भारत महामंत्री श्रीशदेव पुजारी ने ‘नूतनशिक्षानीतौ संस्कृतस्य स्थानम् ‘ नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में संस्कृत का स्थान विषय पर विस्तृत चर्चा की । उन्होंने तृतीय कक्षा से बिहार में संस्कृताध्ययन करने पर बल दिया।
क्षेत्र मंत्री सह बिहार विश्वविद्यालय के प्रो. श्रीप्रकाश पाण्डेय ने अपने संबोधन में परिष्कृत संस्कृतोच्चारण पर ध्यान देने की बात कही ।
कार्यक्रम का संचालन डॉ.विश्वेश वाग्मी, स्वागत भाषण डॉ.दीप्तांशु भास्कर तथा प्रास्ताविक संबोधन प्रांत मंत्री डॉ.रमेश कुमार झा ने किया।‌
धन्यवादज्ञापन करते हुए प्रान्तप्रचार प्रमुख डॉ. रामसेवक झा ने  किया । वहीं बिहार से दिल्ली स्थानांतरित हुए संघटित मंत्री को चादर पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। साथ ही दर्जनों कार्यकर्ताओं को नूतन दायित्व दिया।
 शिक्षाविद् प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ,सह मंत्री डॉ.रामेश्वरधारी सिंह, संघटन मंत्री विवेक कौशिक,शिक्षण प्रमुख देवनिरंजन ,अभिषेक कुमार, डॉ.वैद्यनाथ मिश्र,गीता कुमारी, डॉ.राजीव नयन झा, डॉ.कृष्णकुमार मिश्र, राजकिशोर, संदीप मिश्र सहित दर्जनों संस्कृतानुरागी सम्मिलित हुए। शान्तिमंत्र से कार्यक्रम की सम्पूर्ति हुई ।

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