

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। सत्यनारायण भगवान को अमर्यादित शब्दों से संबोधन किया तथा सनातन धर्म पर अमर्यादित टिप्पणी की। इसे लेकर अखंड भारत पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पंडित हरिशंकर पाठक ने कहा कि भूतपूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने संबोधन में बोल रहे थे कि कोई सूर्यवंशी, कोई यदुवंशी है, तो मैं मुसवंशी हूं। जिनको अपने कुल, गोत्र का पता नहीं, उन्हें सत्य सनातन धर्म और भगवान को कैसे जान पायेंगे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर यह खबर आते ही सभी ब्राह्मण वर्ग इस बात से क्रोधित हो गए हैं तथा सैंकड़ो की संख्या में एकत्र होकर पूर्व मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। सभी लोगों ने एक स्वर में वर्तमान में बिहार सरकार से आग्रह किया कि वे अपने दल से मांझी को निकाले तथा उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहे अन्यथा यह विरोध प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा। इसमें मुख्य रूप से महासभा के आचार्य विकास पाठक, पंडित शम्भूनाथ चौबे, आचार्य सुनील पांडे, आचार्य अविनाश तिवारी, आचार्य कुंदन तिवारी, आचार्य सुभाष मिश्रा, आचार्य सुनील कुमार मिश्र, आचार्य अमरेश कुमार, आचार्य अखिलेश त्रिपाठी, आचार्य धीरज पाठक, आचार्य रंजीत ओझा, पंडित सत्येंद्र कुमार मिश्र, पंडित शशिकांत पांडे, पंडित सुबोध झा, पंडित पंकज, पंडित बच्चा झा, पंडित विश्वनाथ पांडे, पंडित बिरजू पांडे, पंडित दीनबंधु पांडे, पंडित जय किशन झा समेत सैकड़ों आचार्यों शामिल हुए।