मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार)। आर्य प्रादेशिक उपसभा बिहार के द्वारा डी ए वी विद्यालय बखरी में होने वाले चार दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर का आज तीसरा दिन प्रभात फेरी के साथ शुरू हुआ जिसमें विभिन्न डी ए वी विद्यालयों के प्राचार्य, शिक्षक एवं प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसका प्रयोजन हमें बच्चों के चरित्र निर्माण के प्रति लोगों को जागरूक करना था। प्रभात फेरी के संपन्न होने के बाद विद्वान लोगों का संबोधन हुआ। वक्ताओं में डॉ प्रीति विमर्शिनी, प्रोफेसर ज्वलंत शास्त्री , आचार्य प्रदीप्त शास्त्री, आचार्य मनोज शास्त्री एवं आचार्य सुरेश चंद्र शास्त्री ने अपने संबोधन से ज्ञान का संचार किया। वर्तमान युग में वेदों की प्रासंगिकता पर उन्होंने प्रकाश डाला। समाज सुधारक महर्षि दयानंद सरस्वती के वैचारिक दर्शन के केंद्र में समाज का परिष्कार और परीशोधन हो और इसके लिए चरित्र निर्माण और शिक्षा का बेहद महत्व है। एक सभ्य इंसान ही सभ्य समाज का निर्माण कर सकता है और चरित्र निर्माण के द्वारा ही हम सुंदर भविष्य की कामना कर सकते हैं।
इस अवसर पर बच्चों द्वारा भजन गाए गए । उनकी सुंदर प्रस्तुति ने लोगों को बहुत प्रभावित किया और भौतिक चिंतन से ऊपर उठकर सोचने को प्रेरित किया।
कार्यक्रम का संचालन सत्योम शास्त्री जी ने किया। सुबह में हवन प्रतियोगिता, और शाम में शंखनाद प्रतियोगिता और योग प्रतियोगिता हुई जिसमें छात्रों ने अपने कौशल का परिचय दिया।
सहायक क्षेत्रीय अधिकारी अनिल कुमार और नीरज कुमार के संरक्षण और मार्गदर्शन में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुए।