मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार)। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर औलिया अध्यात्मिक अनुसंधान केन्द्र औलिया दरबार एवम कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में पायोनियर कोचिंग सेंटर में बालिका दिवस समारोह का आयोजन किया गया जिसका विषय था बेटी मां बाप की जान है डूबते को मिल जाए किनारा। इस कार्यक्रम में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान में किशोरियों की क्या भूमिका होगा इस पर गंभीरता से चर्चा किया गया। उसके बाद बाल विवाह, बाल श्रम, बाल व्यापार, बाल यौन हिंसा से बच्चे को सुरक्षा एवम संरक्षण के लिए जागरूक किया गया । कार्यक्रम में बालिकाओं के लिए सरकार द्वारा संचालित जो भी कल्याण कारी योजनाएं चलाया जा रहा है उसकी जानकारी दिया गया ।
इस कार्यक्रम के आयोजक औलिया अध्यात्मिक अनुसंधान केन्द्र औलिया दरबार के कार्यपालक निदेशक राम कृष्ण के द्वारा बताया गया की समय समय पर हमारी संस्था के द्वारा वैशाली जिला के विभिन्न क्षेत्रों में नोबेल पुरस्कार विजेता आदरणीय भाई साहब श्री कैलाश सत्यार्थी जी के मार्ग निर्देशन में बाल विवाह, बाल श्रम उन्मूलन,बाल व्यापार, बाल यौन हिंसा को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। कैलाश सत्यार्थी जी के मार्ग निर्देशन में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करने से इस क्षेत्र में बाल विवाह को रोकने , बाल श्रम को रोकने के लिए समुदाय में जागरूकता हो रहा है यह इस कार्यक्रम के सफलता का सूचक है।