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अखंड भारत पुरोहित महासभा के तत्वाधान में हरितालिका तीज व्रत को लेकर सामूहिक बैठक किया गया

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। बाबा चुनेश्वरनाथ महादेव मंदिर प्रांगण में अखंड भारत पुरोहित महासभा के तत्वाधान में हरितालिका तीज व्रत को लेकर सामूहिक बैठक किया गया। बैठक की अध्यक्षता मंदिर के महंत रामबालक भारती ने किया जिसमें सर्वसम्मति से सभी पंचांगों का आदर करते हुए सभी आचार्यों का आदर करते हुए यह निर्णय लिया गया कि 17 सितंबर 2023 दिन रविवार को विश्वकर्मा पूजा एवं  हरितालिका (तीज) का व्रत पर्व 18 सितंबर सोमवार को मनाया जाएगा महिलायें अपने सौभाग्य को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए एवं कन्यायें भावी जीवन में सुखी दाम्पत्य जीवन को प्राप्त करने के लिए इस व्रत पर्व को तपस्या की भांति पूर्ण करती है।
सनातन हिंदू धर्म में हरतालिका तीज व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन उपवास रखने और शिव-पार्वती की पूजा करने से अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। सुहागिनों के सबसे बड़े पर्व में से एक हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर 2023 सोमवार को रखा जाएगा। इस दिन भगवान भोलेनाथ और मां गौरी के संपूर्ण शिव परिवार की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। हरतालिका तीज का व्रत करने से विवाहित महिलाओं को अंखड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है और उनके पति पर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं। सुहागिन महिलाएं जहां अपने सौभाग्य में बढ़ोतरी के लिए इस दिन उपवास रखती हैं, वहीं कुंवारी कन्याएं अच्छे पति की प्राप्ति के लिए हरतालिका तीज का व्रत करती हैं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए किया था। इस व्रत के दौरान सौभाग्यवती महिलाएं लाल वस्त्र पहनकर, मेहंदी लगाकर सोलह श्रृंगार करती हैं और शिव-पार्वती की विधिवत पूजा करती हैं।
इस साल हरतालिका तीज पर कई शुभ योग बन रहे हैं। सबसे पहला तो यह कि शिव-गौरी को समर्पित यह व्रत सोमवार के दिन रखा जाएगा। वहीं हरतालिका तीज पर इंद्र और रवि योग बन रहा है। इस बैठक में मुख्य रूप से शामिल हुए महासभा सचिव आचार्य संजय तिवारी, आचार्य निलमनी पाठक, महासभा सलाहकार आचार्य डॉक्टर चंदन उपाध्याय, आचार्य दिवाकर झा, सदर अस्पताल से दुर्गा मंदिर के पुजारी देवचंद झा, आचार्य अमित तिवारी आदि शामिल हुए।

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