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स्वराज्य पर्व, गणेश महोत्सव और संस्कृति समागम के लिए हुआ महा ध्वजारोपण जुटे अपने-अपने क्षेत्र के विशिष्ट लोग

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। “स्वाधीनता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और इसे हम लेकर ही रहेंगे” जैसे राष्ट्रीय स्वाभिमान और स्वराज्य का मंत्र देने वाले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के लिए जिस गणेश उत्सव की शुरुआत की थी। अंग्रेजी हुकूमत के विरोध में खुदीराम बोस के बम धमाके का समर्थन किया था और राष्ट्रीय जागरण के लिए इसे उचित ठहराया था। राष्ट्रीय एकता एवं सामाजिक समरसता हेतु राष्ट्रकवि  रामधारी सिंह दिनकर न्यास के तत्वाधान में आयोजित लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के गणेश उत्सव अभियान के क्रम में  रामदयालु सिंह कॉलेज, मुजफ्फरपुर के मैदान में गणेश जी महाराज की भव्य प्रतिमा की 19 सितंबर 2023 से 28 सितंबर 2023 तक विधिवत पूजा की जाएगी।

स्वराज्य पर्व के अंतर्गत भारतीय विद्या, साहित्य एवं संस्कृति का राष्ट्रीय समागम होगा जिसमें अपने-अपने क्षेत्र के दिग्गज विद्वान, मनीषी, चिंतक, कवि, कलाकार, साहित्यकार, राजनेता, वैज्ञानिक आदि सम्मिलित होंगे। साथ ही  विद्यार्थियों, वरिष्ठ नागरिकों और विभिन्न विषयों के ज्ञाता अलग-अलग सत्रों में शामिल होंगे। रामदयालु सिंह महाविद्यालय के मैदान में स्वराज्य पर्व के परिप्रेक्ष्य में महाध्वजारोपण आयोजन के संयोजक साहित्यकार डॉ संजय पंकज के करकमलों से किया गया। आचार्य रंजीत नारायण तिवारी के मंत्र उच्चारण के साथ ही पूरे परिसर में भारतीय संस्कृति का उत्सवी माहौल दृष्टिगोचर हुआ। महा ध्वजारोहण में आए हुए अतिथियों का स्वागत सहसंयोजक अविनाश तिरंगा उर्फ ऑक्सीजन बाबा ने अंगवस्त्र देकर किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार, भारत सरकार के अति पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ भगवान लाल सहनी, महापौर निर्मला साहू, उप महापौर डॉ मोनालिसा, आरडीएस कॉलेज की प्राचार्य डॉ अमिता शर्मा, भाजपा महामंत्री बिहार राजेश वर्मा, प्रसाद सिंह, रघुनंदन प्रसाद सिंह उर्फ अमर बाबू ,डॉ अशोक शर्मा, एच एन भारद्वाज, एच एल गुप्ता, डॉ हरेंद्र कुमार, शंभू नाथ चौबे, देवी लाल, सुरेश गुप्ता, गणेश प्रसाद सिंह, अखिलेश राय, मान मर्दन शुक्ला, प्रो अरुण कुमार सिंह, शशि कुमार सिंह, सुगंध, प्रमोद आजाद, धर्मवीर शुक्ला चैतन्य चेतन, अनुराग, अनुराग आनंद, सोनू सिंह, सुनील गुप्ता, डॉ राजीव कुमार, डॉ नवनीत शांडिल्य,डॉ मीनू नारायण, डॉ पयोली, अमित कुमार, सुनील कुमार, कुमार विभूति, राजीव रंजन, डॉ नवीन, शिवशंकर साहू आदि हजारों लोगों की  गरिमामई  उपस्थित रही।

विदित हो कि इस सांस्कृतिक साहित्यिक समागम में पुस्तक मेला, विभिन्न विषयों पर चर्चा, छात्र-छात्राओं, बुजुर्गों महिलाओं तथा हर वर्ग के लोगों की सांस्कृतिक रुचि के अनुकूल पूरा परिवेश उपलब्ध कराया जाएगा। न्यास के अध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि इस आयोजन में दर्जनों नाटकों का मंचन होगा और सांस्कृतिक आयोजन में राष्ट्रीय स्तर के कलाकार आएंगे। आयोजन का उद्देश्य भारतीय विद्या साहित्य संस्कृति को बढ़ावा देना तथा लोकमान्य के आदर्श को समरस समाज के लिए प्रसारित करना है। संजय पंकज ने कहा कि यह आयोजन प्रेरक और अनुकरणीय होगा ऐसा विश्वास है। भारतीय स्वाभिमान, शौर्य, परंपरा और ज्ञान का इस आयोजन के माध्यम से हम साक्षी बनेंगे। पूजा और संबोधन के बाद प्रचार रथ को रवाना किया गया।

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