मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। जनता दल यूनाइटेड द्वारा चांदनी चौक स्थित द लैंड मार्क रिजॉर्ट्स में पार्टी की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष मनोज कुमार किसान ने किया।
पूर्व मंत्री व जिले की संगठन प्रभारी रंजू गीता ने सभी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्षों, प्रखंड अध्यक्ष और पार्टी के सभी पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया और उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी लोग पार्टी के हित में बिहार सरकार की उपलब्धियों को जन-जन पहुंचाने का काम करें। क्योंकि आज की युवा पीढ़ी ने सुशासन काल से पहले की सत्ता को नहीं देखा है। इस सरकार का नाम जंगलराज था और इसी से मुक्ति दिलाने का काम मुख्यमंत्री और विकास पुरुष नीतीश कुमार जी ने किया। हम लोगों का एक ही नारा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के सभी कार्यकर्ता अबकी बार 200 पार का नारा लगाएंगे और एक बार फिर से बिहार को सशक्त और स्थाई सरकार देने का काम करेंगे। पार्टी को मजबूत करने के लिए हर गांव में 10 कार्यकर्ता बनाए जाएंगे। इस महीने के अंतिम सप्ताह में सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। इसका मुख्य कारण है कि मुजफ्फरपुर उत्तर बिहार का केंद्र है। यहां की आवाज नेपाल की सीमाओं तक जाती है। इसलिए यहां के कार्यकर्ता पूरी निष्ठा और इमानदारी से बिहार में हो रहे विकास को हर घर पहुंचाने का काम करेंगे। बैठक में गायघाट के पूर्व विधायक महेश्वर यादव की धर्म पत्नी के निधन पर पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने 2 मिनट का मौन रखा और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
पूर्व विधायक मदन पटेल ने कहा कि जीरो टोलरेंस की निति अपनाकर भ्रष्टाचार के विरुद्ध श्री नीतीश कुमार की मुहीम जारी है। कानूनी एवं संस्थागत व्यवस्था कर भ्रष्ट लोक सेवकों के विरुद्ध प्रभावकारी कार्यवाई सुनिश्चित की गई है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, विशेष निगरानी इकाई एवं आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा भ्रष्टाचार में संलिप्त, आय से अधिक संपत्ति उपार्जित करने एवं पद का दुरूपयोग करने वाले लोक सेवकों के विरुद्ध मामले दर्ज कर उन्हें सजा दिलाने और उनकी अवैध संपत्ति को जब्त करने की ठोस कार्यवाइयां की गई हैं। देश में पहली बार जब्त अवैध संपत्तियों के भवनों में गरीब और निःशक्त बच्चों के लिए विद्यालय खोले गए।
जदयू जिला अध्यक्ष मनोज कुमार किसान ने कहा कि कुछ वर्षो की अवधि में ही उन्होंने कई सार्वजनिक संस्थाओं एवं व्यवस्थाओं का पुनर्निर्माण किया। इस सफ़र में जहाँ एक ओर प्रभावी विधि व्यवस्था, कानून का राज स्थापित करने में सफलता मिली। वहीं दूसरी ओर मानव संसाधन के साथ-साथ उत्तम आधारभूत संरचना के विकास में श्री नीतीश कुमार ने कई नई ऊचाइयाँ हासिल की है। लोगों के मन में सुरक्षा एवं निश्चय का माहौल बना, जिसका प्रभाव शहर तथा गांवों में आर्थिक तथा सामाजिक गतिविधियों में देखा जा सकता है। समाज के कमजोर, साधनहीनता एवं विकास से वंचित वर्गो को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने बिहार के विकास की एक नई दिशा की कल्पना की ।
जदयू के मुख्य प्रवक्ता मोहम्मद जमाल ने कहा कि राज्य में विधि-व्यवस्था बहाल कर कानून का राज स्थापित करना श्री नीतीश कुमार की प्रथम तथा सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। बिना कोई भेदभाव से कानूनी प्रावधानों एवं वैधिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए हमने अपराध पर नियंत्रण तथा अपराधियों को निष्प्रभावी करने के लिए ठोस व्यवस्था लागू की, जिसका परिणाम चारों ओर देखा जा सकता है। संगठित अपराध पर कड़ाई से अंकुश लगाया गया। न्यायालयों से समन्वय कर त्वरित विचरण प्रणाली की व्यवस्था लागू की गई और न्यायालायों द्वारा बड़ी संख्या में अपराधियों को सजा सुनाई गई। जनसंख्या के अनुपात में पुलिस बल मे नियुक्ति सहित, पुलिस को सभी आवश्यक संसाधन के साथ-साथ उनके आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दिया गया। असामाजिक तत्वों के द्वारा जहाँ कहीं भी कलह पैदा करने या सांप्रदायिक स्थिति पैदा करने की कोशिश की गई तो उन्होंने त्वरित कार्यवाई करते हुए लोगों से संवाद कायम कर उनके सहयोग तथा प्रशासनिक हस्तक्षेप से इन घटनाओं को नियंत्रित किया है। इन प्रभावी कार्यवाईयों से जहाँ एक ओर नागरिकों के मन में सुरक्षा का भाव जागा, वहीं दूसरी ओर अपराधियों मे कानून का डर स्थापित हुआ। आज लोग कभी भी और किसी भी समय निजी एवं सामाजिक गतिविधियों के लिए अपने घरों से निकल सकते हैं। सुरक्षा एवं उत्साह के इस अहसास को आंकड़ों में नहीं मापा जा सकता।
इस अवसर पर चंद्रिका साहू, अशोक झा, अजय चौधरी, आस मोहम्मद खान, सुमन सौरभ, मोहम्मद इकबाल, शंभू गुप्ता, महेश्वर प्रसाद साह, रमेश कुमार बिप्लवी, श्याम सुंदर पटेल, बेचन महतो, साधु शरण कुशवाहा, प्रदुमन कुशवाहा, विनय पटेल, मोहम्मद जावेद, सुरेश्वर कुमार शर्मा, मोहम्मद कलीम समेत बड़ी संख्या में पार्टी के अधिकारी उपस्थित थे।