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उत्तर बिहार उद्यमी संघ के आह्वान पर बियाडा के खिलाफ़ उद्यमियों द्वारा अनिश्चितकालीन धरना शुरू हुआ

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। उत्तर बिहार उद्यमी संघ के आह्वान पर बियाडा बिहार औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे गैरजिम्मेदाराना, अव्यवहारिक एवं असंवैधानिक व्यवहार के खिलाफ़ उद्यमियों द्वारा अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार  को राष्ट्रगान से प्रारंभ हुआ।
उक्त धरना को विभिन्न औद्योगिक संगठनों यथा बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, लघु उद्योग भारती, नॉर्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज समेत सभी संस्थाओं ने अपना समर्थन दिया।
इस अवसर पर धरना पर बैठे उत्तर बिहार उद्यमी संघ के अध्यक्ष नील कमल ने निम्नांकित विषयों पर स्पष्टीकरण एवं कार्यान्वयन के लिए इस धरना के प्रयोजन को स्पष्ट किया।
1. “इकाई बंद है” – बिहार औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा इसमें “बंद” को परिभाषित एवं व्याखित करें।
2.  सम्मानजनक एग्जिट पॉलिसी इकाई के वर्तमान  वास्तविक आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर सदैव एवं त्वरित कार्यवाही के साथ करें।
3.  बिहार औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा उद्यमियों के कार्यस्थल निरीक्षण की प्रक्रिया की विधिक प्रावधानो को स्पष्ट करते हुए निर्धारित करें।
4. बिहार औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्व से आवंटित भूमि में से अंत भूमि जो  आबंटित इकाई के लिए अनुपयोगी है, का अधिग्रहण उद्यमी एवं बियाडा के परस्पर वार्तालाप के उपरान्त वर्तमान आर्थिक मूल्यांकन के आधार पर तय हो।
5. बियाडा द्वारा प्रस्तावित उत्पाद सूची में समस्त विधि सम्मत उत्पाद को शामिल किया जाए इससे क्षेत्रीय उत्पादों को बल मिलेगा जो “लोकल को भोकल” कर सकेंगे।
6. उत्पाद परिवर्तन शुल्क समाप्त किया जाए।
7.  उद्यमी द्वारा उत्पादन का मापदंड निर्धारण बाजार की मांग द्वारा तय होता है। अत: इकाई के उत्पादन की सुनिश्चितता में एकरूपता असंभव है। अब इस आधार पर इकाई के रहने देने, उद्देश्य, औचित्य पर प्रश्नचिह्न नहीं उठाया जा सकता है।
8.  कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण बाजार बंद, यातायात बंद, अर्थव्यवस्था ठप उत्पादन के साधन बंद, जीवन रक्षा का संघर्ष, विश्वव्यापी अर्थतंत्र चौपट।  बिहार के औद्योगिक क्षेत्र की इकाइयों भी इससे अछूती न थीं।ये आहत हैं।इन पर दमनकारी नीति बंद करें।
9. बिहार औद्योगिक विकास प्राधिकरण के आधारभूत संरचना की वस्तुस्थिति धरातल पर स्पष्ट करें।
10.  उत्तर बिहार उद्यमी संघ द्वारा प्रस्तुत वस्तुस्थिति है:-
• जल जमाव
•  जर्जर सड़क वगैर नाली एवं कल्वर्ट
• टूटे लटके बाउंड्रीवॉल
•  बिजली ट्रिपिंग एवं अनियमित पोल
•  रात होते ही लूटपाट का साम्राज्य
•  पानी में डूबे रहने मशीन कलपुर्जों की बर्बादी।
•  बिजली ट्रिपिंग से उत्पन्न मशीन डैमेज होना।
•  कच्चे माल तैयार मल दुर्घटनाग्रस्त।
•  उद्यमियों के कर्मचारियों की हत्या
•   उद्यमियों के कर्मचारियों कि जलजमाव के कारण गहरे नाले में डूबकर मौत।
•  संपूर्ण मानवीय मूलभूत आवश्यकताओं का आभाव।
•  संपूर्ण जन सुविधाओं का अभाव।
•  चिकित्सा एवं अग्निशमन सेवा केंद्र का अभाव।
11 अन्य।
उक्त अवसर पर उत्तर बिहार उद्यमी संघ के महासचिव विक्रम कुमार,  कोषाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष नितिन बंसल बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भरत अग्रवाल, नॉर्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के उद्योग क्षेत्र के चेयरमैन श्याम सुंदर भीमसेरिया समेत सचिव चितरंजन प्रसाद, अवनीश किशोर, संजय चौधरी, लाल बाबू प्रसाद, कृष्ण मुरारी प्रसाद, राजू राय,  शशांक श्रीवास्तव, दयाशंकर प्रसाद, मनोज कुमार चौधरी, शत्रुजित कुमार, तारा शंकर प्रसाद, पुष्कर, कुंदन झा,  भारतभूषण, त्रिवेणी चौधरी,  राजू राय, विनीत अग्रवाल, सुरेश खेतान, संजीव साहू,  राजू मेहता, प्रकाश कुमार, श्री अशोक सिन्हा, महिला उद्यमी रेखा बिहानी, आभा कुमारी चौधरी, सतीश कुमार स्वामी , तारा शंकर प्रसाद, मनोज चौधरी इत्यादि उपस्थित थे।

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