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एआईडीएसओ कार्यकर्तओं ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की प्रति को जलाया

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। शिक्षा और छात्र विरोधी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के खिलाफ एआईडीएसओ की ओर से 1 फरवरी से लेकर 7 फरवरी 2022 तक अखिल भारतीय प्रचार सप्ताह आयोजित हुआ। इस अवसर पर मुजफ्फरपुर में  कल्याणी चौक पर एआईडीएसओ कार्यकर्तओं ने  नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की प्रति को जलाया।
        कल्याणी चौक पर अपने सम्बोधन में एआईडीएसओ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुजीत माईती ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 देश की सरकारी शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के बदले पूरी शिक्षा व्यवस्था को ही निजीकरण, व्यापारीकरण, सांप्रदायिकरण व केंद्रीकरण करने का ब्लूप्रिंट है। 70% आंगनवाड़ी केंद्रों में कोई आधारभूत ढांचा नहीं इसके बावजूद नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कहा गया है कि पहली व दूसरी कक्षा को आंगनवाड़ी में समाहित किया जाएगा। शिक्षा बजट बढ़ाने की जगह संसाधनहीन स्कूलों को बंद करने के लिए क्लोजर एंड मर्जर की नीति राष्ट्रीय शिक्षा नीति में लाई गई है। वहीं बिहार सरकार इस नीति पर चलते हुए 8231 स्कूलों को बंद करने का फरमान जारी कर चुकी है। देशभर में स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की बड़ी संख्या में पद रिक्त है जिस पर एनईपी 2020 में कोई चर्चा नहीं है उल्टे 60% तक की पढ़ाई को ऑनलाइन बनाने पर जोर दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीयकरण के नाम पर इस नीति के माध्यम से सरकार इतिहास विकृत करने का कुत्सित प्रयास कर रही है।
    एआईडीएसओ के बिहार राज्य सचिव विजय कुमार ने कहा कि शिक्षा की तमाम समस्याओं सहित विनाशकारी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के खिलाफ आज छात्रों, शिक्षकों एवं शिक्षा प्रेमी लोगों को एकजुट होकर एक मजबूत आंदोलन निर्मित करने की जरूरत है।
    कार्यक्रम को एआईडीएसओ के जिला सह सचिव राजन कुमार, रानी, सुबोध कुमार, गुलशन प्रवीण, रजत कुमार, विवेक शर्मा, रौशन शर्मा एवं कंचन कुमारी आदि ने सम्बोधित किया।

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