मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। नशा खुरानी गिरोह के सक्रिय होने से रेल के यात्रियों को बड़ी आसानी से शिकार बनाया जा रहा है और पुलिस की निष्क्रियता के कारण नशा खुरानी गिरोह का पूरा खेल रेलवे स्टेशन से ही शुरू हो जाता है। यात्रियों को कैब के बहाने बड़ी आसानी से गिरोह अपना निशाना बनाता है और लूटपाट कर उन्हें सड़क किनारे छोड़ कर निकल जाता है। ऐसा ही दो मामला प्रकाश में आया है। जिसमें पहला मामला मूल रूप से मधुबनी जिला के अरेर थाना क्षेत्र स्थित नवगढ़ी गांव निवासी दीपक झा को नशा खुरानी गिरोह ने अपना शिकार बनाया और लूटपाट कर उन्हें अहियापुर थाना क्षेत्र में छोड़कर फरार हो गए।अहियापुर के बैरिया में नशाखुरानी गिरोह के अपराधियों ने यूपी के बनारस में एक प्राइवेट कंपनी के मैनेजर दीपक झा (35) को शिकार बनाया। नशा खिलाकर लूटपाट करने के बाद अहियापुर के बैरिया में कार से उतार दिया। वे लड़खड़ाते हुए बैरिया बस स्टैंड पहुंचे और बेहोश हो गए। जहां से बस चालकों ने उन्हें एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। इसके बाद परिजनों ने उनकी तलाश पूरी की। जबकि पुलिस अपने-अपने क्षेत्र की घटना नहीं होने देने का हवाला देकर पल्ला झाड़ती रही। वही दूसरी घटना में करजा थाना क्षेत्र के रेवा रोड के पकड़ी स्थित नवनिर्मित ओवरब्रिज के समीप मंगलवार को एक वृद्ध नशाखुरानी का शिकार हो गया। उसकी पहचान पारू प्रखंड की उस्ती पंचायत के सिंगाही गांव के निवासी ललन सिंह (60) के रूप में हुई है। वृद्ध का सामान आदि लूट लिया गया है।
स्थानीय लोगों ने उसे अचेतावस्था में देखा तो उसे उठाया। इसकी सूचना करजा पुलिस को दी। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से उसके परिजन को सूचना दी गई। परिजन के पहुंचने पर उसे शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया। उनका भतीजा अभय कुमार सिंह ने बताया कि वह कोलकाता से मंगलवार अहले सुबह मुजफ्फरपुर जंक्शन पर आये थे। स्टेशन से ऑटो पकड़कर अपने गांव आ रहे थे। इसी क्रम में वह नशाखुरानी के शिकार हो गए। बताया कि अभी होश नहीं आया है। कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं। मामले में प्रभारी थानाध्यक्ष नंदकिशोर कुमार ने बताया कि जानकारी मिलते ही मौके पर चौकीदार को भेजा गया था। अबतक परिजन की ओर से कोई शिकायत नहीं आयी है।
