मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार)। डीएवी पब्लिक स्कूल खबड़ा में विज्ञान सह कला प्रदर्शनी “इनोविस्ता” का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस दौरान विज्ञान, गणित, कला, सामाजिक विज्ञान,हिन्दी तथा अंग्रेजी विषयों की भी आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई। कार्यक्रम का उद्घाटन डीएवी मुजफ्फरपुर क्षेत्र के सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारी अनिल कुमार ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लंगट सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर ओम प्रकाश राय ने किया।
उन्होंने विभिन्न विषयों की प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि छात्र शक्ति एवं युवा पीढ़ी से राष्ट्र को काफी उम्मीद है। हर युवा अपने कार्य से एक नया इतिहास रचता है। उन्होंने कहा कि हमारी हर कोशिश हो कि वैश्विक स्तर पर भारत मां का मस्तक गर्व से उंचा रहे, और इसमें डीएवी संस्था काफी अधिक सराहनीय कार्य कर रही है। सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारीअनिल कुमार ने कहा कि लोकतंत्र का सूरज स्वाधीनता के सारथी युवाओं का आह्वान करता है, डीएवी शिक्षा सेवा एवं संस्कार के सिद्धांत पर काम करते हुए बच्चों के भविष्य निर्माण के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा है तथा भविष्य में भी निभाता रहेगा।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य विदू शेखर पांडे ने कहा कि नई शिक्षा नीति का मूल उद्देश्य भी बच्चों का सर्वांगिक विकास है, इसको ध्यान में रखते हुए यह विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित की गई है।डीएवी केवल पढ़ाई के लिए ही नहीं बल्कि पढ़ाई के अलावा खेलकूद प्रदर्शनी आदि के लिए भी बच्चों को भरपूर मौका देती है। उन्होंने बताया कि विद्यालय से पास होकर कई विद्यार्थी सफल व्यक्तित्व डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस के रूप में विभिन्न स्थानों पर अपनी सेवा दे रहे हैं।आगत अतिथियों एवं अभिभावकों ने प्रदर्शनी के अवलोकन के पश्चात बच्चों की स़ृजन क्षमता, हस्त कौशल एवं शिक्षकों के मार्ग दर्शन की सराहना की।
स्कूल में कला-विज्ञान प्रदर्शनी में बच्चों ने चंद्रयान-3 का मॉडल, सोलर लाइट, हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट, वाटर साइकिल, पॉवर स्ट्रीट, एटीएम, फायर अलार्म, कचरा उठाने वाली मशीन, बिहार की सांस्कृतिक विरासत, नवीनतम समाचार, मौसम की जानकारी, मुद्रा परिवर्तन दर,गणित ट्रिक्स, तीन दशक पूर्व ग्रामीण परिवेश का चित्रण, स्पोट्रर्स क्षेत्र के खिलाड़ियों, बिहारी नृत्य सहित 2000 से अधिक विभिन्न मॉडल प्रदर्शित किए।
इस अवसर पर बच्चों ने उपयोग में नहीं आने वाली सामग्री से सुंदर सजावट की चीजें तैयार कर उनका प्रदर्शन किया। विद्यालय के बल वाटिका के बच्चों के नन्हे नन्हे हाथों के द्वारा बनाए गए सरस्वती पूजा एवं होली के छोटे-छोटे जीवंत मॉडलने लोगों का मन मोह लिया।