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अखंड भारत पुरोहित महासभा के द्वारा अगरबत्ती पर विशेष अभियान चलाया गया

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। अखंड भारत पुरोहित महासभा के द्वारा अगरबत्ती पर विशेष अभियान चलाया गया। इस आयोजन की अध्यक्षता महासभा के वरिष्ठ संरक्षक पंडित शंभूनाथ चौबे ने किया ने किया।                    वही महासभा के अध्यक्ष पंडित हरिशंकर पाठक ने कहा कि आज हमारे सनातन धर्म में विगत 20 से 25 वर्ष पूर्व से अगरबत्ती पर हमारे सनातनी भाई बहनें अज्ञानता के अभाव में पूजा पाठ में अगरबत्ती का प्रयोग जोरों पर कर रहे है, जो कि यह हमारे सनातन धर्म के विरोध है।इसी को देखते हुए महासभा के द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया अगरबत्ती जलाने के अनेकों दुष्प्रभाव हैं।
वही सिकंदरपुर मुक्तिधाम घाट पर अपन पाठशाला के संस्थापक सुमित कुमार ने कहा कि हम सभी अपने घर में या मठ मंदिर में जाकर देवताओं का विधिवत पूजन करते हैं और धड़ल्ले से अगरबत्ती का भी प्रयोग करते हैं जोकि हमारे घर में उपद्रव का कारण बनता है जैसे कि हम अक्सर शुभ (हवन या पूजन) और अशुभ (दाह संस्कार) कार्य या अनुष्ठान के लिए विभिन्न प्रकार के लकड़ियों का हवन करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी किसी काम के दौरान बांस की लकड़ी को जलाते हुए देखा है। नहीं ना।
महासभा के सचीव आचार्य संजय तिवारी ने कहा कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और धार्मिक महत्व के अनुसार, हमारे शास्त्रों में बांस की लकड़ी को जलाना वर्जित माना गया है। यहां तक कि हम अर्थी के लिए बांस की लकड़ी का उपयोग तो करते हैं, लेकिन उसे चिता में नहीं जलाते हैं।
हिंदू धर्म के अनुसार बांस जलाने से पितृ दोष लगता है। वहीं जन्म के समय जो नाल माता और शिशु को जोड़ कर रखती है, उसे भी बांस के वृक्षों के बीच में गाड़ते हैं, ताकि बांस की तरह वंश भी सदैव बढ़ता रहे। बांस को वंश की संज्ञा से जोड़ा गया है। सनातन धर्म में अगरबत्ती जलाना सर्वथा वर्जित है। वे लोग धूप बत्ती का ज्यादा उपयोग करते हैं लेकिन जिस बांस की लकड़ी को जलाना शास्त्रों में वर्जित है, यहां तक कि चिता मे भी नहीं जला सकते, उस बांस की लकड़ी को हमलोग रोज अगरबत्ती में जलाते हैं। शास्त्रों में भी पूजन विधान में कहीं भी अगरबत्ती का उल्लेख नहीं मिलता है। सब जगह धूप ही लिखा है, हर स्थान पर धूप, दीप, नैवेद्य का ही वर्णन है।
वही महासभा के संयोजक महंत रामबालक भारती ने कहा कि शहर के तमाम मत मंदिरों पर बैनर लगाकर सनातनीयों के बीच अगरबत्ती का विरोध किया जाएगा। यह लगातार अगरबत्ती एवं बाजार में अनर्गल पूजन सामग्री का बहिष्कार पोस्टर के द्वारा किया जाएगा। अगरबत्ती पर भगवान का फोटो कभी महासभा सहन नहीं करेगी। इसे लेकर लगातार अभियान जारी रहेगा। इस आयोजन में मुख्य रूप से मुक्तिधाम में चल रहे अपन पाठशाला के विद्यार्थी एवं संस्थापक सुमित कुमार , महासभा के कोषाध्यक्ष आचार्य अमित तिवारी, महाकाल सेवा दल के अध्यक्ष आकाश कुमार चौधरी, आचार्य दिवाकर मिश्रा, आचार्य नीलमणि पाठक,आचार्य सुनील कुमार मिश्र आदि शामिल थे।

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