–25 मई को अपराह्न 3.20 बजे नंदविहार कॉलोनी स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली – बताया पौत्र मृदुल कांत ने मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। महाप्राण निराला, मन आंगन के पार, चंपारण जिले की बोली, सियासत, बावरे नयन, मन विहग, और कुछ, जायसी कोश, महाकवि तुलसीदास, आखरी बयान, अनमिल आखर, जीर्ण वसन, कल्पना कला, अमृत […]