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उद्योग मंत्री को संवेदना है, तो वे स्वयं ही धरनास्थल पर उद्यमियों से आकर मिले: उत्तर बिहार उद्यमी संघ

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। उत्तर बिहार उद्यमी संघ द्वारा बियाडा के नीति के खिलाफ़ धरना कार्यक्रम के 14 वें दिन भारी संख्या में उद्यमियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।
 उत्तर बिहार संघ के  अध्यक्ष नील कमल ने बताया कि बिहार इंडस्ट्रीज असोसिएशन द्वारा पूरे बिहार से उद्यमी संघों के साथ हुए बैठक उपरांत सात सदस्यीय समिति कमिटी के निर्माण की बात रखी गई है यह कमीटी ही सरकार के उद्योग नीती निर्धारण की समीक्षा कर उसे लागू करने की बात करें इस बात को तय किया जाए। उत्तर बिहार उद्यमी संघ के महासचिव विक्रम कुमार ने बताया कि उद्योग के विकास में गुजरात और बिहार में अंतर है कि गुजरात के उद्यमी यदि धरना पर 6 घंटे के लिए बैठते हैं तो वहाँ के मुख्यमंत्री आकर उनका हालचाल लेने पहुँच जाते हैं किंतु बिहार के उद्यमी विगत 14 दिनों से धरने पर बैठे हैं तो उनकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है।
 आज बैठक में  बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा एवं देवाशु किशोर धरना में शामिल हुए। उन्होंने वार्तालाप के दौरान एक पांच सदस्यीय समिति को उद्योग मंत्री के साथ वार्तालाप के लिए चलने का प्रस्ताव दिया। जिसका उत्तर बिहार उद्यमी संघ के उपाध्यक्ष  संजीव चौधरी ने जवाब देते हुए बताया कि विगत 13 दिनों से उद्यमी सड़क पर बैठे हैं, जो उद्योग मंत्री के नज़र में तबेले के मालिक हैं। ऐसे में भी उन्हे संवेदना हो, तो वे स्वयं ही धरनास्थल पर उद्यमियों से आकर मिले।
बियाडा की भूमि आबंटन नीति में लगातार कई सारे परिवर्तन कुछ महीनों के अंतराल में ही किए गए जो राज्य के वहनीय उद्यमी, उद्योग और आर्थिक विकास के विरुद्ध है।  इसी के आलोक में लगातार उद्यमी नोटिस प्राप्त कर परेशान हो रहे हैं जिसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए। इसके बाद ही कोई वार्तालाप का औचित्य को सकता है।
 उक्त अवसर पर उत्तर बिहार उद्यमी संघ के  कोषाध्यक्ष श्री विजय कुमार चौधरी, सचिव पुष्कर शर्मा ,अवनीश किशोर, तारा शंकर प्रसाद,संगठन मंत्री शशांक श्रीवास्तव ,जे.पी.सिन्हा, लाल बाबू शर्मा,मंजू सिन्हा,अशोक कुमार देशभक्त, पवन कुमार,  मनोज कुमार चौधरी,  शत्रुजित कुमार, त्रिवेणी चौधरी,  राजू राय, मनोज चौधरी,  राजू मेहता,अशोक कुमार देशभक्त,  अशोक सिन्हा,  सतीश कुमार स्वामी आदि उपस्थित थे।

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