मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। थियोसोफिकल लाज नया टोला मुजफ्फरपुर में हिंदी साहित्य की प्रतिष्ठित संस्था ‘संकेत’ के तत्वावधान में 13 वां महाकवि ‘रमण’ शिखर सम्मान 2022 का आयोजन वयोवृद्ध एवं ज्ञानवृद्ध साहित्यकार/समाजसेवी चितरंजन सिन्हा ‘कनक’ की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्घाटन हिंदी एवं बज्जिका साहित्य के लब्धप्रतिष्ठ तथा समर्थ साहित्यकार गीत/नवगीत के सशक्त हस्ताक्षर डॉ शारदाचरण ने किया ।साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में बज्जिकांचल विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र राकेश की नेहिल उपस्थिति रही।यह 13 वां महाकवि ‘रमण’ ,”साहित्य शिखर सम्मान 2022 “साहित्य साधक/सेवी जिला हिंदी साहित्य मुजफ्फरपुर के प्रधानमंत्री उदय नारायण सिंह और बाल साहित्य के मर्मज्ञ डॉ सतीश चन्द्र भगत को प्रदान किया गया।सभी सम्मानित साहित्यकारों को शाल, प्रशस्ति पत्र और पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया।
अपने उद्घाटन संबोधन में डॉ शारदाचरण ने कहा कि महाकवि ‘रमण’ एक निर्भीक एवं सुलझे विचार के कवि एवं साहित्य
संसार के प्रदीप्त दिनमान थे। आगे बोलते हुए डॉ शारदाचरण ने कहा कि महाकवि ‘रमण’ आग और राग के कवि थे।उनकी रचनाओं से गुजरने पर लगता है कि उनकी रचनाएं समय से आगे चलती हैं। विशिष्ट अतिथि पद से बोलते हुए देवेन्द्र राकेश ने कहा कि महाकवि ‘रमण’ फिर दुबारा पैदा नहीं हो सकते।रमण सही अर्थों में रमण थे।हर परिस्थिति में रम जाना ‘रमण’ जी की नियति थी। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में चितरंजन सिन्हा कनक ने कहा कि रमण जी आज़ भी मेरे अंतर्मन में हर पल रमण करते हैं।रमण जी का व्यक्तित्व चुंबकीय था।जो भी एक बार उनसे मिल लेते वे उनके हो जातें।रमण जी जैसे साहित्यकार इस धरा -धाम को कभी कभार पुनीत करने आते हैं।रमण शिखर सम्मान प्राप्त करने वाले सभी साहित्यकार को मैं बहुश: आशीष और बधाई देता हूं। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद नारायण मिश्र, ज्वाला सांध्य पुष्प, अमिताभ कुमार, प्रेम कुमार वर्मा, , गणेश प्रसाद सिंह, डॉ हरि किशोर प्रसाद सिंह,रमेश प्रसाद श्रीवास्तव, डॉ बी के मल्लिक , विनोद कुमार सिन्हा, मणि भूषण प्रसाद सिंह और रवीन्द्र कुमार रतन, ने भी विचार व्यक्त किए।
बधाई एवं शुभकामना संदेश देने वाले में शुमार है सर्वे श्री हरि नारायण गुप्त,राज नारायण सिंह, उत्तम कुमार, श्री मन्नारायण सिंह,राम कुमार, देवेन्द्र प्रसाद सिंह, देवेन्द्र कुमार और ठाकुर विनय कुमार शर्मा।
अमिताभ कुमार सिन्हा ने आगत अतिथियों के प्रति अपना स्नेह-सिक्त उद्गार व्यक्त किए। तत्पश्चात “महाकवि ‘रमण’ शिखर सम्मान समारोह की समाप्ति की गई।