मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। डीएवी सेंटर फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस नई दिल्ली के तत्वाधान में मुजफ्फरपुर कलस्टर के सभी डीएवी स्कूलों के हिंदी और संस्कृत शिक्षकों की दो दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला का समापन सोमवार को डीएवी खबड़ा में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में विशेष रूप से शामिल रहे डीएवी के क्षेत्रीय उपनिदेशक एस. के. झा ने कहा कि शिक्षाक्रम में ऐसे परिवर्तन की जरूरत है जिससे सामाजिक और नैतिक मूल्यों के विकास में शिक्षा एक सशक्त साधन बन सके, और यह परिवर्तन हमारे शिक्षक ही कर सकते हैं। समापन सत्र को संबोधित करते हुए डीएवी मुजफ्फरपुर प्रक्षेत्र के सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि “सतत एवं गहन प्रशिक्षण” शिक्षकों के क्षमता संवर्धन हेतू एक प्रभावी आयोजन सिद्ध हुआ है, अनुभव एवं सीखने की प्रवृत्ति जागृत करके प्रशिक्षणार्थी शिक्षकगण स्वयं को एक बेहतर शिक्षक साबित कर सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्राचार्य मनोज कुमार झा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को ध्यान में रखकर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विशेष रूप से हुआ हैं, क्योंकि छात्र हित एवं उनका सर्वांगीण विकास डीएवी शिक्षण संस्थानों की आधारभूत प्राथमिकता है।
इस अवसर पर डीएवी नरकटियागंज के प्राचार्य प्रशांत गिरी व डीएवी काँटी के प्राचार्य मृणालकांत,रिसोर्स पर्सन के रूप में आर के पांडे, सुनील कुमार त्यागी, किरण यादव, दीपेश कुमार,नीलम कुमारी,एस.आर पांडे उपस्थित रहे. कार्यशाला समापन के उपरांत शामिल शिक्षकों को सहभागिता प्रमाण पत्र भी दिया गया. सभा का संचालन शुचि सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन रंजना वर्मा ने दिया . कार्यक्रम को सफल बनाने में अमित शरण, श्याम बाबू मिश्रा, सुनील कुमार, कमलेश कुमार, सचिन मिश्रा, गीता कुमारी व ज्योति कुमारी की भूमिका सराहनीय रही. इस कार्यक्रम मैं विद्यालय के सभी गैर शिक्षकेतर कर्मचारी शामिल रहे हैं.