मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा कल लांच किये गये ‘आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन’ से देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव आने की संभावना है ये बातें भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा आम जनता की मूलभूत जरूरतों में से एक है। लेकिन कांग्रेसी सरकारों की नाकामियों के कारण आजादी के दशकों बाद भी इस दिशा में कोई विशेष कदम नहीं उठाया गया। लेकिन मोदी सरकार ने शुरुआत ही से हेल्थ सेक्टर के महत्व को समझा और अभी तक इस सेक्टर में कई ऐतिहासिक सुधार किये हैं. इन्हीं सुधारों की कड़ी में अब ‘आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन’ का नाम भी शामिल हो चुका है, जो आने वाले चंद वर्षों में देश के हेल्थ केयर सिस्टम को पूरी तरह बदल कर रख देगा. देश की दूसरी सबसे बड़ी इस योजना के लिए प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष ने योजना की जानकारी देते हुए कहा कि 64000 करोड़ रु की इस योजना के तहत हर जिले में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किये जाएंगे, जिससे लोगों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. योजना के तहत 12 केंद्रीय अस्पतालों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक बनाए जाएंगे, जिसमें 1800 अतिरिक्त बेड दिए होंगे। इसके साथ 602 जिलों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक भी निर्मित किये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि इस नई योजना के तहत, चार नए क्षेत्रीय रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भी शुरू करने का प्लान है. इसके अलावा बीमारी के आउटब्रेक को पता लगाने, रोकथाम और कंटेनमेंट के लिए 50 इंटरनेशनल प्वॉइंट्स फॉर एंट्री को भी मजबूत किया जाएगा. इसके साथ प्रभावी और बिना किसी रूकावट के स्क्रीनिंग के लिए पैसेंजर डेटाबेस को डिजिटाइज किया जाएगा. इसके अलावा 17,788 नए ग्रामीण हेल्थ और वेलनेस सेंटर भी बनाए जाएंगे. स्कीम में, 11,024 नए अर्बन हेल्थ और वेलनेस सेंटर को भी विकसित किया जाएगा. योजना के तहत, 80 वायरल डायग्नोस्टिक्स और रिसर्च लैब को भी मजबूत करने का लक्ष्य है.उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश के मेडिकल सेक्टर में ऐतिहासिक सुधार हुए हैं. कोरोना वैक्सीन से लेकर आयुष्मान भारत योजना तक, भारत ने मेडिकल क्षेत्र में अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है. विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत रिकॉर्ड समय में सौ करोड़ से अधिक मुफ्त वैक्सीनेशन का आंकड़ा भारत ने हाल में ही पार किया है. अब इस अभियान के बाद देश के कोने कोने में विश्वस्तरीय मेडिकल सुविधाओं की पहुंच बढ़ेगी, जिसका सर्वाधिक लाभ आम आदमी को ही मिलेगा।