खबरें बिहार

नवरात्र में अपने भाग्‍य को कैसे जगाएं?:-आचार्य सुजीत शास्त्री

मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार)। अगर आपके काम नहीं बन पा रहे हैं तो नवरात्र के दौरान नवग्रहों को प्रसन्‍न करने के ये उपाय आजमाएं। मां और ग्रहो की कृपा आपके भाग्‍य को जगाने में मदद करेगी।
आचार्य सुजीत शास्त्री (मिठ्ठू बाबा)ने कहा कि नवरात्रि में आप नवग्रहों की पूजा और इनके अनुसार दान-पुण्‍य करके अपने सोए ग्रहों को जगा सकते हैं। नवग्रहों का प्रसन्‍न होना जरूरी माना जाता है वरना छोटे-छोटे कामों में भी बड़ी अड़चनें सामने आती हैं।यूं तो नवरात्र शुरू हो चुके हैं लेकिन अभी भी अपने कमजोर ग्रहों को पहचान कर आप इनको प्रसन्‍न कर सकते हैं।
मिठ्ठू बाबा ने ये भी कहा कि नवरात्रों में नौ दिनों तक देवी माता जी का विशेष श्रृंगार करना चाहिए। चोला, फूलों की माला, हार और नए कपड़ों से माता जी का श्रृंगार किया जाता है। वहीं नवरात्र में देशी गाय के घी से अखंड ज्योति जलाना मां भगवती को बहुत प्रसन्न करने वाला कार्य होता है। लेकिन अगर गाय का घी नहीं है तो तिल तेल से माता की अखंड ज्योति पूजा स्थान पर जरूर जलानी चाहिए।
अब जानें क‍ि आप क‍िस तरह नवग्रहों को प्रसन्‍न कर सकते हैं ?
सूर्य :- सूर्यदेव को प्रसन्‍न करने के लिए उनके निमित्त दान करें। सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए गेहूं, गुड़, कमल पुष्प, लाल चंदन, लाल कपड़े, तांबा, केसर में से कोई भी दो वस्तु किसी योग्य ब्राह्मण को या सूर्य मंदिर में दान करें।
चंद्र :- चंद्र देव की पीड़ा दूर करने के लिए चावल, शक्कर, सफेद वस्त्र, श्वेत चंदन, श्वेत पुष्प, घी, दही, कपूर में से कोई भी दो वस्तुओं का दान शिव मंदिर में करें। इस तरह कुंडली में स्थित कमजोर चंद्र को मजबूती मिलती है।
मंगल :- मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए मसूर की दाल, गुड़, रक्त चंदन, रक्त वस्त्र, रक्त पुष्प, तांबा, केसर में से कोई भी दो वस्तुओं का दान किसी हनुमान मंदिर में करें। इससे मंगल ग्रह की पीड़ा दूर होती है।
बुध :- बुध को शांत करने के लिए सामर्थ्य अनुसार कांसे का पात्र, हरे कपड़े, पुष्प, कपूर, शंख, फल और भोजन आद‍ि गणेश मंदिर में दान करें।
गुरु :- गुरु को शांत करने के लिए पीली दालें समेत इसी रंग की अन्‍य चीजें मसलन पीले वस्त्र, घी, पीले फूल, पीले फल, हल्दी, धार्मिक पुस्तकें, नमक, शक्कर, छाता आद‍ि दान करें।
शुक्र :- शुक्रवार माता लक्ष्मी का दिन है। अगर यह ग्रह कमजोर हो तो व्यक्ति भौतिक सुखों से वंचित रहता है। शुक्र के निमित्त चावल, मिश्री, शक्कर, श्वेत वस्त्र, श्वेत पुष्प महालक्ष्मी मंदिर में या किसी गरीब कन्या को दान करें।
शनि :- शनिदेव की पीड़ा दूर करने के लिए तिल, तिल का तेल, लोहे का बर्तन, काले वस्त्र, काले उड़द को शनि मंदिर में दान करें। शनिवार के दिन राहु-केतु के निमित्त भी वस्तुएं दान कर सकते हैं। राहु के लिए सात तरह के अनाज, नीले कपड़े, तिल, तेल, कंबल का दान करें। केतु के निमित्त उड़द, तिल, तेल, लोहा दान करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *