मुजफ्फरपुर (वरुण कुमार) । भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी मनाई जाएगी। इस बार अनंत चतुर्दशी 28 सितंबर को है। इस दिन गौरी-गणेश के पूजन के साथ भगवान विष्णु का पूजन भी किया जाएगा। साथ ही पूजन के बाद चौदह गांठो वाला अनंत सूत्र बांह मे बांधा जायेगा।
मान्यता है कि अनंत चतुर्दशी के व्रत से पुण्य का क्षय नहीं होता है, इस व्रत को करने से सभी संकटों से मुक्ति मिल जाती है। आचार्य सुजीत शास्त्री मिट्ठू बाबा ने कहा कि यह व्रत मध्यान्ह में किया जाता है। वैसे भी चतुर्दशी तिथि इस दिन शाम में 6:27 तक है, इसलिए तिथि को लेकर कोई संशय नहीं है।आचार्य मिठ्ठू बाबा ने कहा कि जब पांडव जुए में अपना सब कुछ हार कर वन में भटक रहे थे, तब भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें अनंत चतुर्दशी का व्रत रखने की सलाह दी थी। इसके बाद उनके संकट समाप्त हो गये थे।
मिट्ठू बाबा ने ये भी कहा कि अनंत सूत्र धरणण करने से हर तरह की मुसीबत से रक्षा होती है, साथ ही साधकों का कल्याण होता है पुरुष इसे दाहिने बाहों में वह महिलाएं बायें बाहों में बंधतेे हैं।