मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। जैसा कि आप सभी मीडिया साथी को ज्ञात है कि मुजफ्फरपुर में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाने के विरोध में लगातार जन आक्रोश बढ़ता जा रहे हैं। कई सारे लोग और संगठन धरना प्रदर्शन कर रहे हैंI एक दो जगह तोड़फोड़ की घटना भी हो चुकी हैI यह जन आक्रोश निरन्तर बढ़ता जा रहा है। क्योंकि प्रीपेड स्मार्ट मीटर लोगों के लिए नासूर बन गया है। आम जनता रिचार्ज करवाकर परेशान हो गई है। खासकर गरीब और मध्यम वर्ग के लोग इस मीटर को लेकर बहुत ज्यादा परेशान है, क्योंकि एक तो उनका बिल ज्यादा आ रहा है और दूसरा की वह रिचार्ज की प्रक्रिया से परेशान हो रहे है। उक्त बातें प्रीपेड स्मार्ट मीटर हटाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष देवांशु किशोर ने दी। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में मुजफ्फरपुर की जनता के द्वारा मुजफ्फरपुर बंद का आह्वान किया जा रहा था। जिसके लिए 12-6-2023 का दिन तय हुआ है I इसमें कई सारे संगठन का समर्थन भी है।
जिस कड़ी में प्रीपेड स्मार्ट मीटर हटाओ संघर्ष समिति भी बंद को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।क्योंकि भारत के कई सारे राज्यों में स्मार्ट मीटर को लगाने का कार्य हो चुका है। बहुत सारे विकसित राज्य में तो अभी तक एक भी मीटर नहीं लगाया गया। ऐसा क्या आवश्यकता और मजबूरी थी कि बिहार में इस मीटर को जबरदस्ती आमजन को लगाया जा रहा है। आमजन पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है। इलेक्ट्रिक बिल ज्यादा आने और बार-बार रिचार्ज के प्रक्रिया के कारण कई सारे लोग मानसिक रूप से बहुत ज्यादा प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं। मुजफ्फरपुर के बंदी का उद्देश्य आमजन अपनी पीड़ा को प्रशासन और शासन तक पहुंचाना है। मीटर से परेशान सभी उपभोक्ता से हमारी समिति अनुरोध करती है कि लोकतांत्रिक तरीके से हम अपनी आवाज को सरकार सरकार तक पहुंचाएंगे और इसके लिए हम सभी व्यापारी गण, रिक्शा वाले, टेंपो वाले, सब्जी वाले, छोटे छोटे दुकानदार, दैनिक कार्य करने वाले लोग अपने प्रतिष्ठान को कुछ समय के लिए बंद कर सरकार से अनुरोध करेंगे कि तत्काल प्रभाव से स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य रोका जाए और पुरानी व्यवस्था को लागू किया जाए ताकि आमजन पर बढ़ने वाला बोझ और बार-बार रिचार्ज करने की प्रक्रिया से मुक्ति मिल सके। उक्त जानकारी समिति के कार्यकारी अध्यक्ष देवांशु किशोर और संयोजक मोहम्मद सरफराज आलम ने इमलीचट्टी स्थित होटल आस्था में प्रेस वार्ता आयोजित कर दी।