मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह जयंती समारोह आयोजन समिति द्वारा गोबरसही स्थित होटल उदय ग्रैंड परिसर में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार केसरी डॉ श्रीकृष्ण सिंह की 135 वी जयंती मनाई गयी।
इसमें उद्घाटन कर्ता के रूप में उपस्थित नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि श्री बाबू जाति के बंधन को तोड़ कर समाज की चिंता करने वाले करने लगे। वह सब को अपना समझते थे और उनको सब अपना समझने लगे। हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है। अगले 25 वर्ष बाद भारत अपने आजादी का शताब्दी समारोह मना रहा होगा। लेकिन श्री कृष्ण बाबू को 100 साल बाद भी बिहार की धरती और देश भुला नहीं पाएगा। श्री बाबू के कार्यों को वर्तमान सरकार ने ध्वस्त कर दिया। उन्होंने बिहार के विकास के लिए आजादी के बाद बहुत सारे काम किए। लेकिन आज वह सारे विकास कार्य ठप्प पड़ गए हैं। लेकिन अब बिहार नए बदलाव की ओर चल चुका है।
दलित, शोषित, पिछड़ों के हितों को ध्यान में रखकर समाज एकजुट होकर श्री बाबू के सपनों को साकार करने की ओर अग्रसर है। हमें गवाह नहीं बल्कि भागीदार बनना चाहिए ताकि बिहार के विकास में हम अपनी महती भूमिका निभाकर श्री बाबू के सपनों को पूरा करें।
पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने कहा कि श्री बाबू को अभी तक भारत रत्न नहीं मिला है। इसलिए जिले की सारी जनता भारत सरकार से आग्रह करेगी कि श्री बाबू को भारत रत्न मिले।
साथ ही गया जेल का नाम अमर शहीद बैकुंठ शुक्ला के नाम पर किया जाए। इसे लेकर बिहार सरकार अविलंब गया जेल का नाम अमर शहीद बैकुंठपुर के नाम पर करें।
पूर्व मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि श्री बाबू ने समरस समाज की कल्पना की थी। आज उन्हीं के बताएं पद चिन्हों पर चलकर बिहार विकास की ओर अग्रसर हो चला था। लेकिन वर्तमान सरकार ने श्री बाबू के सपनों को चकनाचूर कर दिया। आज उनकी जयंती पर हम सभी प्रण करें कि श्री बाबू के सपनों को हम सब मिलकर पूरा करेंगे।
वही गिरिराज सिंह फैंस क्लब के संरक्षक देवांशु किशोर ने नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि जल्द से जल्द बिहार केसरी को भारत रत्न देने के लिए भारत सरकार से आग्रह किया जाए। इसे लेकर वह पारू स्थित गांधी स्वराज आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष रानू शंकर के साथ मिलकर दिल्ली रवाना होंगे और केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपेंगे।
कार्यक्रम के आयोजक डॉ अशोक कुमार शर्मा ने भी श्री बाबू के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह पिछले कई वर्षों से इस जयंती समारोह का आयोजन कर रहे हैं। उनके कार्यों से प्रेरित होकर उन्हें प्रेरणा मिली थी कि वह जयंती मनाए। लेकिन बिहार के विकास में बिहार केसरी की भूमिका को वर्तमान सरकार नजरअंदाज कर रही है। ऐसे में उनके जयंती पर बिहार की जनता के लिए बिहार का विकास कैसे हो। इस पर विचार करने की जरूरत है। तभी हम लोग सच्चे अर्थों में श्री बाबू के सपनों को पूरा कर पाएंगे।
वहीं मंच का संचालन रविंद्र प्रसाद सिंह ने किया। जबकि इस अवसर पर पूर्व विधायक बेबी कुमारी, केदार गुप्ता, गोपाल जी त्रिवेदी, विजय पांडे, लखन लाल सिंह रमन, रोशन सिंह, वीरेंद्र कुमार, रामकुमार, राकेश कुमार गुड्डू, अर्जुन राम, उमेश पांडे, संजय ठाकुर फौजी, राजकुमार ठाकुर, धन्नू प्रताप सिंह समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन देवीलाल ने किया।