मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। “दीपक सा जलता है गुरु,फैलाने ज्ञान का प्रकाश,न भूख उसे किसी दौलत की,न कोई लालच न आस,उसे चाहिए हमारी उपलब्धियां उंचाईयां,जहां हम जब खड़े होकर,उनकी तरफ देखें पलटकर,तो गौरव से उठ जाए सर उनका, हो जाए सीना चौड़ा” उक्त बाते मिठनपुरा स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल की निदेशक डॉ. रीता पराशर ने शिक्षक दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा।
निदेशक ने कहा की बच्चे उस माटी के समान होते है जिसे कुम्हार जिस प्रकार से ढालता है वो उसी प्रकार का आकृति पाते है। इसलिए बच्चो को शिक्षक जैसा मार्गदर्शन करेंगे, बच्चे उसी प्रकार से अपने जीवन को संवारेंगे। इसलिए शिक्षक और छात्र-छात्रा को ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
दिल्ली पब्लिक स्कूल में शिक्षक दिवस समारोह में शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को सम्मानित भी किया गया। स्कूल के छात्र छात्राओं ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जीवन पर प्रकाश डाला। स्कूल के छात्र छात्राओं ने कई प्रकार से अपनी प्रतिभाओ का प्रदर्शन भी किया। जिसमे ग्रुप डांस,म्यूजिकल चेअर ,भाषण प्रतियोगिता आदि शामिल था।
इस अवसर पर स्कूल के शिक्षकों में वाईस प्रिंसिपल आनंद वर्धन सिंह, सौम्या सिंह, शिखा बंधु सिंह, फरजाना, विनीता श्रीवास्तव, वर्षा, नीतू सिंह, निधू शर्मा, शिवानी सिंह, राजू कुमार, सूरज गुप्ता, इंदु प्रिया आदि उपस्थित थे।
वही दसवीं के छात्रों में मंच का संचालन नबीहा रहमान, संस्कृति, नबीहा कौशरिन, आरीब हिदायत, सवालिहा, भव्या भारती और विपुल ने आपसी सहयोग से किया। जबकि कार्यक्रम की रुपरेखा दसवीं के छात्र विपुल विप्लव और अंशुमन ने किया।