मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। बिहार आप्थाल्मोलोजिक
सोसाइटी का दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन रविवार को संपन्न हुआ। जिसमें बिहार के जाने-माने नेत्र विशेषज्ञ और अन्य प्रदेशों से आए हुए नेत्र चिकित्सकों ने अपने-अपने विचार रखें। उन्होंने अपना प्रेजेंटेशन दिया और नई तकनीकों के बारे में बताया।
सभी चिकित्सको को अपने क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। साथ में आई क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। गेस्ट ऑफ ऑनर एपीआई के अध्यक्ष डॉ. कमलेश तिवारी थे।
जबकि मास्टर ऑफ सेरेमनी डॉ. पल्लवी सिन्हा थी। कार्यक्रम के मुख्य प्रबंधक डॉ. शलभ सिन्हा थे। उन्होंने कहा कि ऑफ्थैल्मोलॉजिस्ट समस्या का प्रबंधन चिकित्सीय रूप से करने, आंख की सर्जरी करने, या दोनों ही कार्य करने का विकल्प चुन सकता है। स्थिति का नियंत्रण या सर्जिकल उपचार हो जाने के बाद, विशेषज्ञ आपको वापस आपकी प्राथमिक देखभाल वाले नेत्र पेशेवर के पास भेजता है, जो आपकी स्थिति की निगरानी और उपचार जारी रखता है, या फिर विशेषज्ञ के सुझावों के आधार पर आपकी ऑपरेशन के बाद की देखभाल करता है। डॉ. सिन्हा के आयोजन के काम की तारीफ की गई और सफल आयोजन के लिए सभी चिकित्सकों ने उन्हें बधाई दी।