कहानियां

6 मार्च सोमवार की रात्रि मे होलिकादहन एवं 8 मार्च बुधवार को मनाई जायेगी होली

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। होलिका दहन 6 मार्च सोमवार को मध्यरात्रि के12:23 बजे के बाद से  1:35बजे तक और  होली 8 मार्च बुधवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा। आचार्य सुजीत शास्त्री (मिट्ठू बाबा) ने काशी पंचांग का हवाला देते हुए बताया कि होलिका दहन हेतु तिथि निर्णय पूर्णिमा हो , भद्रामुक्त हो  भावी होलिका दहन  6  तारीख सोमवार की रात भद्रा पुच्छ में होलिका दहन शास्त्रोक्त है । भद्रा पुच्छ समय है रात 12:23 के बाद 1:35  तक  । होलिका दहन हेतु  दिशा निर्णय वायव्य कोण मतलब भंडार कोण में शास्त्रोक्त है ।
आचार्य मिट्ठू बाबा ने कहा कि भावी होली सबों के लिए मंगलकारिणी हो , सुखकारिणी हो  यही कामना है । सभी प्रकार के अन्तर्द्वेष मिटाकर गले मिलना  ही सिखाती है हमें यह होली । परन्तु पुराने जमाने में जो होली उत्सव के प्रति  अन्तर्भाव हुआ करता  था , पवित्रता होती थी  जनमानस में वह तो अब देखने को मिलता ही नहीं । सब विपरीत हो रहा है । अत: होली उन्हीं के साथ स्वेच्छा से मनाएँ जो इसकी महत्ता को समझता हो , स्वेच्छा से स्वीकार करे । बलात् किसी के साथ होली न खेला जाय तो बेहतर होगा । कारण कि  अब वह समय नहीं रह गया है जो इसकी पावनता को समझे । आज भी समय वही है फिर भी ” परन्तु ” कहते हुए कहना पड़ रहा है कि आज वह समय नहीं रह गया क्योंकि आज वह भोजन में पवित्रता नहीं रह चुकी है अत: मन भी परिवर्तित हो चुका है ।

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