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रसना के निर्माता एरीज़ पिरोजशॉ खम्‍बाटा का हुआ निधन

पटना (जनमन भारत संवाददाता)। हमें यह घोषणा करते हुए अत्‍यंत दुख एवं पीड़ा हो रही है कि 19 नवंबर 2022 को रसना ग्रुप के चेयरमैन, एरीज़ खम्‍बाटा बेनेवोलेंट ट्रस्‍ट और रसना फाउंडेशन के चेयरमैन एरीज़ पिरोजशॉ खम्‍बाटा का स्‍वर्गवास हो गया है। श्री खम्‍बाटा वापिज़ (वर्ल्‍ड अलायंस ऑफ पारसी ईरानी ज़ार्थोस्टिस) के भूतपूर्व चेयरमैन भी थे। वे अहमदाबाद पारसी पंचायत के पूर्व प्रेसिडेंट और फेडरेशन ऑफ पारसी ज़ोरोएस्ट्रियन अंजुमंस ऑफ इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट भी थे। इसके अलावा, श्री खम्‍बाटा ने भारतीय उद्योग, व्‍यवसाय और सबसे महत्‍वपूर्ण, सामाजिक सेवा के माध्‍यम से 20 वर्षों तक अहमदाबाद होम गार्ड्स एण्‍ड सिविल डिफेंस के कमांडेन्‍ट के रूप में सामाजिक विकास में काफी योगदान दिया। उद्यमिता विकास सामाजिक सेवाओं में श्री खम्‍बाटा के प्रयासों को कई पुरस्‍कारों से सराहा गया, जिनमें से कुछ हैं- भारत के राष्‍ट्रपति का होम गार्ड एण्‍ड सिविल डिफेंस मेडल, पश्चिमी स्‍टार, समरसेवा और संग्राम मेडल्‍स। उन्‍हें भारत के राष्‍ट्रपति, माननीय श्री शंकर दयाल शर्मा ने वाणिज्य के क्षेत्र में उत्‍कृष्‍ट योगदान के लिये नेशनल सिटिजंस अवार्ड से सम्‍मानित किया था। गुजरात के सबसे बड़े करदाता के तौर पर नेशनल एक्‍सचेकर में उनके योगदान के लिये वित्‍त मंत्रालय ने उन्‍हें सम्‍मान पत्र भी दिया था। अहमदाबाद पारसी पंचायत ने उनका अभिनंदन किया था और वे “अहमदाबाद के पहले बेहतरीन पारसी” चुने गये थे। यह बताना अतिश्‍योक्ति नहीं होगी कि श्री खम्‍बाटा ने विश्‍व प्रसिद्ध “रसना’’ ब्राण्‍ड की रचना कर भारत का मौलिक स्‍टार्टअप शुरू किया था, जोकि केवल 1 रूपये के किफायती दाम पर फलों, विटामिन्‍स और कई पोषक-तत्‍वों के साथ लाखों भारतीयों की प्‍यास बुझाता है। इसके अलावा, उनके औद्योगिक प्रयासों ने भारत में हजारों प्रत्‍यक्ष और अप्रत्‍यक्ष रोजगारों का सृजन किया और उनके विकसित होते फल-आधारित उत्‍पादों के कारण देशभर के लाखों किसानों को अपनी फसलों के बेहतर दाम मिले। श्री खम्‍बाटा की विरासत को अब उनकी पत्‍नी पर्सिस, बच्‍चे पिरुज़, डेलना, रुज़ान, उनकी बहू बिनाइशा और पोता-पोती आर्जीन, अरज़ाद, अवान, एरीज़, फिरोना और अर्नवाज़ आगे बढ़ाएंगे।

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