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कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती की ओर से ” गीत रामायण ” का आयोजन किया गया

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती की ओर से सोमवार को ” गीत रामायण ” का आयोजन किया गया। नॉर्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स में आयोजित कार्यक्रम में आगत अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवेश कराते हुए कार्यकारी अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं और सीताजी हमारी मां हैं। रामायण को जीवन में उतार कर हम अपने व्यक्तित्व को जहां मर्यादित करने की शिक्षा ग्रहण करते हैं,वहीं इसे अंगीकार कर हमें अपने परिवार की एकता को अखंडित रखने की प्रेरणा मिलती है। रामायण की कहानी में हमारे सामाजिक जीवन की संस्कृति है।उसमें भारतीय समाज के कई सच छुपे हुए हैं।इस महागाथा में युग परिवर्तन की पीड़ाएं जाग रही हैं।इसलिए यह कहानी पुराने मूल्यों की कहानी होते हुए भी नए मूल्यों की रचना के जरूरत का संदेश देती है।
                  कार्यक्रम में देश विदेश में तन्मयता और अनुराग के गीत का गायन करने वाले निष्णात गायक के रूप में ख्याति प्राप्त कर चुके अभय माणके एवं उनकी अर्द्धांगिनी अमृता माणके ने रामायण की संगीतबद्ध प्रस्तुति कर सभी श्रोताओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया।आकंठ सुरताल,शास्त्रीय गायन,संगीत संयोजन में प्रवीण दंपति की युगल जोड़ी ने मराठी भाषा से अनुवादित इस अजर अमर गीत को भूपाली,तोड़ी,यमन,पीलू, जय जयवंती,भैरवी समेत बारह रागों से समावेशित संगीत को हिन्दी में सुमधुर प्रस्तुत कर श्रोताओं को एक साथ अयोध्या व जनकपुर की मानस यात्रा करवाई।तबला पर वाराणसी के पंडित किशन राम डोकर,कीबोर्ड पर इंदौर के रवि सालके के संगत को  खूब सराहा गया।
उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय सह प्रचारक रामकुमार जी ने कहा कि संगीतमय रामकथा के सुनने मात्र से श्रीराम सीता के दिव्य रूप के दर्शन जैसी अनुभूति होती है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम हमारे भारतीय जीवन के आदर्श हैं। वे ईश्वर हैं पर उससे भी पहले सफल, गुणवान और दिव्य मनुष्य हैं। शासक के तौर पर बेहद कामयाब राजा। ऐसा न होता तो राम राज्य की चर्चा अब तक क्यों की जाती। संयत,संतुलित और निजी सुखों को त्याग कर न्याय और सत्य का साथ देनेवाले मर्यादा पुरुषोत्तम की सहनशीलता और धैर्य हम सबों के लिए अनुकरणीय है। राम की मर्यादा को जीवन में उतारकर ही हम अपने जीवन की सार्थकता को सिद्ध कर पाएंगे।
 धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक चंद्रमोहन खन्ना एवं संचालन मृत्युंजय मिश्रा ने किया।
 मौके पर पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा, संस्कार भारती के वेद प्रकाश जी, पुरुषोत्तम पोद्दार, सज्जन शर्मा, कृष्ण कुमार ड्रोलिया सहित शहर के व्यवसायी,वकील, डॉक्टर, शिक्षक, कला एवं संगीत प्रेमी, नॉर्थ बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स, मारवाड़ी युवा मंच, मारवाड़ी युवा मंच संस्कृति,श्री रानी सती मंदिर ट्रस्ट,राम हनुमान मंडल,बाल हनुमान मंडल,बाल हनुमान मंडल, सालासर हनुमान मंडल, श्री श्याम मंदिर, मारवाड़ी व्यायामशाला, आदर्श विद्या मंदिर, थोक वस्त्र विक्रेता ट्रस्ट, लघु उद्योग भारती, मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल, केजरीवाल हॉस्पिटल, महेश्वरी सभा संगठन,वार्ड बी गोदाम गली,संस्कार भारती के सदस्य सहित सैकड़ों की संख्या में स्त्री,पुरुष उपस्थित थे।

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