मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। उन्हें राज्यपाल फागू चौहान ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसे लेकर कार्यकर्ताओं में हर्ष और उल्लास का माहौल है। उक्त बातें मुख्य प्रवक्ता मोहम्मद जमाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा। उन्होंने कहा कि नई महागठबंधन की सरकार बिहार की उम्मीदों पर खरा उतरेगी और माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में जो विकास हुआ है, उस विकास को और गति दी जाएगी। जहां तक माननीय मुख्यमंत्री पर आरोप प्रत्यारोप की बात है, तो स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी किसी की सगी नहीं है। इसका उदाहरण इतिहास में देखने को मिला है और ऐसी कई सारी घटनाएं हैं, जो भारतीय जनता पार्टी के महत्वाकांक्षाओं को परिलक्षित करता है। ऐसे में नीतीश कुमार ने बिहार की जनता के हित में फैसला लेते हुए महागठबंधन की सरकार बनाई है ताकि बिहार के विकास के रफ्तार पर लगाम नहीं लग सके। जदयू कार्यकर्ताओं में नई सरकार को लेकर हर्षोल्लास है और शपथ ग्रहण के बाद इमलीचट्टी स्थित पार्टी कार्यालय में लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया। उन्होंने कहा कि बिहार ने वही किया जो प्रदेश की जनता चाह रही थी। हमने उन्हें रास्ता दिखाया है। हमारी लड़ाई बेरोजगारी के खिलाफ रही है। हमारे सीएम ने गरीबों और युवाओं का दर्द महसूस किया। साथ ही उन्होंने कहा कि महागठबंधन इतना मजबूत है कि विधानसभा में विपक्ष में सिर्फ भाजपा बचेगी। सीएम नीतीश कुमार द्वारा लिया गया मुश्किल फैसला एक ऐसा फैसला है, जिसकी जरूरत थी। सांप्रदायिक तनाव भाजपा द्वारा फैलाया जा रहा था, वे क्षेत्रीय दलों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी माननीय मुख्यमंत्री का विरोध कर रही है और 3 दिनों तक पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने की बात कर रही है। यही भारतीय जनता पार्टी पिछले दिनों सत्ता में रहकर मुख्यमंत्री के विकास कार्यों के कसीदे पढ़ रही थी। सबसे बड़ा गम भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से जाने का है। लेकिन हमारे माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के विकास में भारतीय जनता पार्टी को अवरोध के रूप में देख रहे थे। उन्हें लग रहा था कि जिस तरह से बिहार में विकास होना चाहिए वह भाजपा गठबंधन के साथ रहकर संभव नहीं है। हमारी पार्टी ने कई स्तरों पर भारतीय जनता पार्टी से समझौता कर बिहार में विकास की गति को तेज करने का प्रयास किया। लेकिन वह सफल नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में महागठबंधन के साथ जाना बिहार के विकास के हित में जरूरी लग रहा था,जिसका फैसला माननीय मुख्यमंत्री ने लिया।
जदयू जिला अध्यक्ष मनोज कुमार किसान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के साथ रहकर कार्यकर्ताओं का मनोबल नीचे जा रहा था। महागठबंधन की सरकार में हम एक दूसरे का सहयोग करेंगे और कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने का प्रयास करेंगे। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सत्ता में आने के बाद से बिहार के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है और बिहार के विकास से वह किसी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते हैं। बिहार में विकास तभी संभव है, जब माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पद पर बने रहेंगे। उन्होंने बिहार के विकास का डंका देश और विदेश में बजाया है।
बधाई देने वालों में चंद्रिका साहू, अशोक झा, अजय चौधरी, आस मोहम्मद खान, सुमन सौरभ, मोहम्मद इकबाल, शंभू गुप्ता, महेश्वर प्रसाद साह, रमेश कुमार विप्लवी, श्याम सुंदर पटेल, बेचन महतो, साधु शरण कुशवाहा, प्रदुमन कुशवाहा, विनय पटेल, मोहम्मद जावेद, सुरेश्वर कुमार शर्मा, मोहम्मद कलीम, अभिषेक सिंह, विक्की विक्रांत,भारतेंदु कुमार, शंभू शाह, डॉली मित्तल, सोनी तिवारी, सविता जायसवाल, मोहम्मद मोहम्मद जाबिर हुसैन, अभिषेक कुशवाहा, संतोष भास्कर, संतोष कुशवाहा, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद अरशद समेत बड़ी संख्या में पार्टी के अधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे।