

मुजफ्फरपुर (जनमन भारत संवाददाता)। उत्तर बिहार उद्यमी संघ के बियाडा के काले नोटिस के खिलाफ उद्यमी बंधुओं के धरना के छठे दिन भी सरकार के द्वारा कोई वार्तालाप नहीं हुआ। उत्तर बिहार उद्यमी संघ के अध्यक्ष नील कमल ने बताया कि सरकार के गलत नीतियों एवं काले कानून के कारण स्वतंत्रता प्राप्ति उपरांत बिहार के उद्योग योग्य भूमि सृजित करने वाले उद्यमी बंधुओं को उनके कार्यस्थल पर काले नोटिस द्वारा छीनने की साजिश रची जा रही है। इसके लिए बिहार के सभी उद्यमी विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों पर इस नोटिस के तत्काल प्रभाव से रद्द करने के लिए धरना पर बैठेंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने मन की बात में मुजफ्फरपुर के लीची, दरभंगा मधुबनी के मखाना और मधुमक्खी पालन की बात करते हुए लोकल को भोकल करने की बात जहाँ एक तरफ कर रहे हैं। वहीं बिहार का उद्योग मंत्रालय बसे बसाये बिहार के उद्योग और उद्यमी को उजाड़ने में पूरी ताकत से लग गए है। बिहार औद्योगिक विकास प्राधिकरण अपने औद्योगिक क्षेत्र का विकास नहीं कर रहा है विपरीत परिस्थितियों में भी उद्यमी अपने कार्यस्थल पर आर्थिक विकास और उन्नति एवं सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए रोजगार एवं नौकरियां सृजित कर रहे हैं। उद्योग नीती निर्धारण उद्यमियों के साथ बैठक कर क्षेत्रीय औद्योगिक विकास एवं लोकल को भोकल के साथ किया जाना चाहिए न कि बसे बसाए उद्यमियों को उजाड़ने के कार्यक्रम को चलाना चाहिए।
उक्त अवसर सामाजिक शैक्षणिक सांस्कृतिक संस्थाओं के साथ साथ चिकित्सा जगत से भी लोगों ने अपने महत्वपूर्ण विचार उद्यमियों के हित के समर्थन में किए एवं उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य, देश के सर्वांगीण विकास के लिए अर्थ कर्मियो का उद्यमियों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है और इनकी शक्ति से विदेश नीती एवं व्यवहार तय होती है। जिस तरह से सरहद पर जवान अपने देश की रक्षा करते हैं वैसे ही उद्यमी बन्धु भी रीढ़ की हड्डी हैं जिसके सहारे हमारा देश विश्व गुरु का स्वरूप प्राप्त कर रहा है।
इस अवसर पर नॉर्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम लाल पोद्दार,चिकित्सा जगत से डॉक्टर पल्लवी सहाय सिन्हा, डॉ राजीव कुमार, डॉ अजय कुमार ने समर्थन दिया l
उक्त अवसर पर संघ के संरक्षक चितरंजन प्रसाद, महासचिव विक्रम कुमार, कोषाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, उपाध्यक्ष संजीव चौधरी, सचिव पुष्कर शर्मा,अवनीश किशोर, तारा शंकर प्रसाद, सुरेश खेतान, श्याम सुंदर भीमसरिया, दयाशंकर प्रसाद, मनोज कुमार चौधरी, शत्रुजित कुमार, कुंदन झा, भारतभूषण, त्रिवेणी चौधरी, राजू राय, संजीव साहू, राजू मेहता, प्रकाश कुमार, अशोक सिन्हा, महिला उद्यमी रेखा बिहानी, आभा कुमारी चौधरी, सतीश कुमार स्वामी, मनोज चौधरी आदि उपस्थित थे।