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पोलिटिकल – गैंगस्टर ड्रामा सीरीज ” रंगबाज़ – डर की राजनीति ” का प्रमोशन करने के लिए विनीत कुमार सिंह और आकांक्षा सिंह पटना पहुंचे

पटना (जनमन भारत संवाददाता)। भारत का सबसे बड़ा स्वदेशी वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ज़ी5 अपनी प्रमुख फ्रैंचाइज़ रंगबाज़ का एक और सीजन लेकर लौट आया है। यह ज़ी5 के अनोखे गैंगस्टर ड्रामा की तीसरी किस्त है, जिसके दो सीजन अब तक बेहद सफल रहे हैं। रंगबाज़ में दो भिन्न व्यक्तित्वों की कहानी मौजूद है। चाहे वह स्टोरीलाइन हो, गंभीर ड्रामा हो या कलाकारों की सम्मोहन टीम – रंगबाज़ दर्शकों को प्रभावित करने में कभी असफल नहीं रहा और इसका एक अलग प्रशंसक आधार मौजूद है। अब ज़ी5 रंगबाज़ – डर की राजनीति के तीसरे सीजन के दम पर चीजों को एक पायदान ऊपर ले जाने के लिए तैयार है!
सचिन पाठक द्वारा निर्देशित और सिद्धार्थ मिश्रा द्वारा लिखित ” रंगबाज़ – डर की राजनीति ” के कर्ताधर्ता नवदीप सिंह (एनएच10 और मनोरमा सिक्स फीट अंडर फेम) हैं और यह ड्रामा 29 जुलाई को प्रीमियर होने जा रहा है। इस सीरीज में विनीत कुमार सिंह, आकांक्षा सिंह, राजेश तैलंग, गीतांजलि कुलकर्णी, प्रशांत नारायणन, विजय मौर्य, सुधन्वा देशपांडे, सोहम मजूमदार और अशोक पाठक जैसे जबरदस्त एक्टर अपने अभिनय का जौहर दिखा रहे हैं। सोशल मीडिया पर ट्रेलर के रिलीज होते ही इंटरनेट पर खलबली मच गई और साहेब की भूमिका में विनीत कुमार सिंह को सभी ने जमकर सराहा।
” रंगबाज़ – डर की राजनीति ” विनीत कुमार सिंह द्वारा निभाए गए किरदार हारून शाह अली बेग ( जिन्हें साहेब के नाम से भी जाना जाता है ) पर केंद्रित है, जो गैंगस्टर से राजनेता बने रॉबिनहुड स्टायल वाले शख्स हैं। इस सीजन में उनको बिहार के एक छोटे शहर से उभर कर राज्य के सबसे ताकतवरों लोगों में तब्दील होते दिखाया गया है। जैसा कि ट्रेलर में देखा जा सकता है, साहेब को 11 साल बाद जेल से रिहा किया गया है, जहां उन्हें हत्या, अपहरण और जबरन वसूली सहित 32 से ज्यादा आपराधिक मामलों के आरोप में कैद किया गया था। कई लोग उनसे प्यार करते हैं, कुछ नफरत भी करते हैं, लेकिन उनसे डरते सब हैं। ऐसे हारून शाह अली बेग अब चुनाव लड़ने और हर हाल में जीतने का एकमात्र मकसद लेकर अपने इलाके पर कब्जा करने लौट आए हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि वह जो चाहते हैं, उसे पाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं भले ही इसके लिए उन्हें क्रूर हिंसा और हत्याओं का सहारा ही क्यों न लेना पड़े।
बिहार में आधारित इस शो की पूरी शूटिंग लखनऊ में हुई। लखनऊ में सेंटेनियल कॉलेज, सीतापुर छावनी और क्रिश्चियन कॉलेज से लेकर मोती महल, शिवगढ़ पैलेस और जहांगीराबाद हवेली तक इसका 2 महीने लंबा शूटिंग शिड्यूल चला। 29 जुलाई को होने जा रहे प्रीमियर के मद्देनजर विनीत कुमार सिंह और आकांक्षा सिंह ने पटना में शो का प्रचार.प्रसार शुरू कर दिया है, जहां  ” रंगबाज़ – डर की राजनीति ”  का  खूंटा गड़ा है।
विनीत कुमार सिंह ने कहा,  ” रंगबाज़ – डर की राजनीति ”  का प्रचार करने के लिए पटना में मौजूद होना एक अद्भुत अनुभव है। पटना से मेरी खास यादें जुड़ी हुई हैं क्योंकि एक फिल्म के लिए कुछ साल पहले मैंने यहां बतौर सहायक निर्देशक काम किया था। बिहार में मेरे कई दोस्त और रिश्तेदार मौजूद हैं क्योंकि मैं बनारस का हूं। इसके साथ – साथ जब भी मैंने बिहार और झारखंड का कोई किरदार निभाया है, लोगों ने उसे बेहद पसंद किया है। मेरा पिछला किरदार गैंग्स ऑफ वासेपुर के दानिश खान का था। जब आपके आस.पास डायनामिक लोग मौजूद हों, तो काम करने का अनुभव हमेशा शानदार रहता है। मुझे फौरन ही इस जगह, यहां के लोगों, खान-पान और बोली-बानी से प्यार हो गया था। हमने रंगबाज़ फ्रैंचाइज़ की विरासत को जीवंत रखने के लिए वाकई बड़ी मेहनत और समर्पण की भावना से काम किया है। पूरी उम्मीद है कि पटना के लोग इस सीजन में भी हमें अपना प्यार और भरपूर समर्थन देंगे।
आकांक्षा सिंह का कहना है. श्मैं अपने दिल से जुड़े शो  ” रंगबाज़ – डर की राजनीति ”  को प्रोमोट करने के लिए पटना आकर रोमांचित हूं। इस फ्रैंचाइज़ की फैन फॉलोइंग विशाल है और हम इस सीजन के साथ लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे। यह सीजन बिहार में आधारित है, इसलिए प्रचार शुरू करने के लिए पटना से बेहतर भला और कौन सी जगह हो सकती है! ” रंगबाज़ – डर की राजनीति ”  विशेष रूप से ज़ी5 पर देखे जिसका प्रीमियर 29 जुलाई 2022 से हिंदी, तमिल और तेलुगु में होगा ।

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