पटना (जनमन भारत संवाददाता)। बिहार में छोटे-बड़े उद्योग तो लगने शुरू हो ही गए हैं। राज्य में स्टार्टअप्स को भी तेजी से आगे बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। बुधवार को बिहार में स्टार्टअप्स को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन की मौजूदगी में बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) और आईआईटी पटना के बीच एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ। बियाडा और आईआईटी पटना के बीच बहुत जल्द जीरो लैब के नाम से एक आईडिएशन लैब शुरू करने पर सहमति बनी है। जहां न सिर्फ स्टार्टअप्स के आईडिएशन से लेकर उसे सफलतापूर्वक संचालित करने और आगे बढ़ाने के लिए मदद की जाएगी बल्कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि बिहार के सफल स्टार्टअप को उनके आईपीआर राइट्स हासिल कराने में पूरी मदद मिले।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के युवाओं के लिए बेहद खुशी का मौका है। पूरे देश में स्टार्टअप्स को बढ़ाने में आए आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों की अहम भूमिका है। बिहार के स्टार्टअप्स को सर्वोच्च संस्थानों से जुड़े एक्सपर्ट का मार्गदर्शन मिले। इसमें जीरो लैब महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा देश दुनिया में काफी आगे हैं। कई बड़ी स्टार्टअप्स कंपनियों में बिहार के युवाओं ने साख कायम की है। हमारी पूरी कोशिश होगी कि बिहार के सफल युवा बिहार में स्टार्टअप्स को बढ़ाने में पूरी मदद करें। बियाडा और आईआईटी पटना द्वारा संचालित जीरो लैब सुनिश्चित करेगा कि बिहार के स्टार्टअप्स को अच्छा एक्सपोजर मिले और उनकी सफलता सुनिश्चित हो।
इस मौके पर मौजूद उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव बृजेश मेहरोत्रा ने बताया कि बिहार में स्टाफ को बढ़ाने के लिए स्टार्टअप पॉलिसी 2017 है और इसके लिए 125 स्टार्टअप्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है। जिनमें से करीब 70 स्टार्टअप्स को सुनिश्चित निश्चित राशि दी गई और वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।